deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अर्थजगत

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड व्यवस्था ठीक करने के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च करेगा

by
January 5, 2024
in अर्थजगत
0
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड व्यवस्था ठीक करने के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च करेगा
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

READ ALSO

भारत का व्यापार घाटा मई में घटकर 21.88 बिलियन डॉलर रह गया

315 रुपए महंगा हुआ सोना, चांदी की कीमत 1.06 लाख रुपए के पार

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मेरठ, 5 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली वितरण बुनियादी ढांचे के पूर्ण सुधार के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण क्षेत्र में सभी आपूर्ति बाधाओं को दूर करने के लिए और लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।

899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इस योजना में बिजली विभाग की परिचालन दक्षता में सुधार, अधिक वित्तीय व्यवहार्यता लाने, चोरी और बिजली के व्यवधान को रोकने के लिए एलटी एबी केबिल बिछाए गए। इन सभी कदमों से बिजली व्यवस्था-उत्पादन, पारेषण, वितरण और नए विद्युत कनेक्शन देने में मजबूती मिलेगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

बिजली विभाग ने बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ 33/11 केवी सबस्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल आदि को बदल दिया गया है।

बिजनेस प्लान में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जिलो में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी।

योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5906.32 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 993.53 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 ट्रांसफार्मर 25 केवीए, 14 ट्रांसफार्मर 63 केवीए, 4 ट्रांसफार्मर 100 केवीए एवं 119136 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

–आईएएनएस

विमल/एसकेपी

Related Posts

अर्थजगत

भारत का व्यापार घाटा मई में घटकर 21.88 बिलियन डॉलर रह गया

June 16, 2025
अर्थजगत

315 रुपए महंगा हुआ सोना, चांदी की कीमत 1.06 लाख रुपए के पार

June 16, 2025
अर्थजगत

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से ऑयल इंडिया और ओएनजीसी के शेयर 10 प्रतिशत तक उछले

June 16, 2025
सी-डॉट ने ‘समर्थ’ कार्यक्रम के तहत 18 स्टार्टअप को दिया अनुदान
अर्थजगत

सी-डॉट ने ‘समर्थ’ कार्यक्रम के तहत 18 स्टार्टअप को दिया अनुदान

June 16, 2025
ट्राई ने पीएम-वाणी योजना के तहत रिटेल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए टैरिफ को दिया अंतिम रूप
अर्थजगत

ट्राई ने पीएम-वाणी योजना के तहत रिटेल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए टैरिफ को दिया अंतिम रूप

June 16, 2025
अर्थजगत

सेंसेक्स 677 अंक चढ़कर बंद, निवेशकों ने इजरायल-ईरान संघर्ष को किया दरकिनार

June 16, 2025
Next Post
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के लिए कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के लिए कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084622
Total views : 5894271
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In