इस्लामाबाद, 9 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान ने तापी गैस पाइपलाइन परियोजना पर काम में तेजी लाने के लिए एक संयुक्त कार्यान्वयन योजना (जेआईपी) पर हस्ताक्षर किए हैं।
द न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान ने तुर्कमेनिस्तान को काबुल में तालिबान शासन से स्वामित्व सुनिश्चित करने के लिए अफगानिस्तान में हेरात तक गैस लाइन के कुछ हिस्से को बिछाने का सुझाव दिया है, जो परियोजना में तेजी लाने में भी मदद करेगा।
पाकिस्तान की सरकार ने तुर्कमेनिस्तान को चमन सीमा से ग्वादर तक गैस कनेक्टिविटी की संभावना का पता लगाने और ग्वादर में एलएनजी टर्मिनल बनाने के लिए आमंत्रित किया, जो यूरोप और वैश्विक एलएनजी बाजारों में आपूर्ति का विस्तार करेगा।
तापी (तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-इंडिया) गैस पाइपलाइन परियोजना का लक्ष्य तुर्कमेनिस्तान में गल्किनिश गैस क्षेत्र से प्राकृतिक गैस को 56 इंच व्यास वाली पाइपलाइन के माध्यम से अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान लाना है।
द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्कमेनिस्तान के पूर्वी क्षेत्र में गल्किनिश गैस फील्ड स्थित है।
प्रस्तावित मार्ग आपूर्ति स्रोत हेरात, कंधार, चमन, झोब, डीजी खान, मुल्तान और फाजिलिका हैं जिनकी पाइपलाइन लंबाई 1,849 किलोमीटर है।
यह 30 साल में प्रति वर्ष 33 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) (औसत 3.2 बीसीएफडी) प्राकृतिक गैस का परिवहन करेगा, जहां पाकिस्तान का उठाव 1.35 बीसीएफडी होगा।
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जेआईपी के तहत परियोजना की गतिविधियों में तेजी लाने और निगरानी के लिए एक वरिष्ठ समन्वय समिति (एससीसी) का गठन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को विश्वास जताया कि गैस पाइपलाइन परियोजना क्षेत्रीय सहयोग, विकास और समृद्धि के युग की शुरुआत करेगी।
तापी जेआईपी के हस्ताक्षर समारोह को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि यह परियोजना चार देशों और क्षेत्र के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि परियोजना ठोस आश्वासनों और पारस्परिक रूप से सहमत नियमों और शर्तो के साथ क्षेत्र को प्राकृतिक गैस हासिल करने में मदद करेगी।
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने उल्लेख किया कि वैश्विक स्थिति को देखते हुए ऊर्जा एक वास्तविक चुनौती बन गई है।
–आईएएनएस
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