deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

पाकिस्तान में जनता, व्यापारियों ने बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ समूचे मुल्‍क में बंद रखा

by
September 2, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

READ ALSO

हरियाणा : पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा युवक कैथल से गिरफ्तार

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, चुनाव आयुक्त विवेक जोशी ने की समीक्षा

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई के बीच जीवन यापन की बढ़ती लागत और बहुत ज्‍यादा रकम के बिजली बिल आने के खिलाफ व्यापारियों सहित जनता समूचे मुल्‍क में हड़ताल कर रही है और बड़ी संख्‍या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। 

द न्यूज के मुताबिक, बिजली दर में हाल की बढ़ोतरी ने पहले से कमरतोड़ महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे देश के आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यापारियों को भी नाराज कर दिया है।

जनता के विरोध और बढ़ी हुुुई दर वाले बिलों का भुगतान करने से इनकार के बावजूद कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने तत्काल राहत की किसी भी संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए अपने बिलों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम सरकार अर्थ इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रही है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काकर ने कहा, “बिजली बिल का भुगतान करना होगा और आईएमएफ की शर्तों को लागू करना होगा।”

इस बीच, जनता और व्यापारी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) में शामिल हो गए हैं और बंद/हड़ताल के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं, जिसके दौरान कराची, पेशावर, सरगोधा और शेखूपुरा सहित अन्य शहरों में छोटी और बड़ी व्यावसायिक दुकानें और व्यवसाय बंद रहे।

पंजाब बार काउंसिल ने भी महंगाई के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की और वकील भी अदालतों से गैरहाजिर रहे।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में, नागरिकों ने शाह लतीफ टाउन में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रुक गया।

फ़ैसलाबाद में जिला बार के वकीलों ने भी हड़ताल की घोषणा की। शहर में कैनाल रोड और डिजीकोट में नागरिकों ने टायर जलाकर और सड़कें जाम कर करों को खत्‍म करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में ट्रांसजेंडरों ने बैनर और तख्तियां लेकर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) कार्यालय को घेर लिया और सरकार से पेट्रोल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने की मांग की।

–आईएएनएस

एसजीके

Related Posts

ताज़ा समाचार

हरियाणा : पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा युवक कैथल से गिरफ्तार

May 17, 2025
ताज़ा समाचार

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, चुनाव आयुक्त विवेक जोशी ने की समीक्षा

May 17, 2025
ताज़ा समाचार

‘पाकिस्तान का नैरेटिव क्यों बढ़ा रहे’, कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर भाजपा का हमला

May 17, 2025
ताज़ा समाचार

पीएम मोदी हिंदुत्व को आगे बढ़ाने वाले नेता हैं : उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

May 17, 2025
ताज़ा समाचार

दोहा डायमंड लीग : ‘गोल्डन बॉय’ नीरज चोपड़ा ने पहली बार 90 मीटर के पार भाला फेंककर रचा इतिहास

May 17, 2025
ताज़ा समाचार

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर उज्जैन में निकली तिरंगा यात्रा

May 16, 2025
Next Post

तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन बोले : सनातन धर्म को भी डेंगू की तरह खत्म करना होगा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

भारत जोड़ो के बाद भी पूर्वोत्तर में राहुल के ग्राफ में कोई तेजी नहीं

भारत जोड़ो के बाद भी पूर्वोत्तर में राहुल के ग्राफ में कोई तेजी नहीं

March 19, 2023

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी की हालत स्थिर, आईसीयू से किया गया शिफ्ट

June 6, 2023

चुनाव जीतने पर एलन मस्क को सलाहकार बनाना चाहते हैं विवेक रामास्वामी: रिपोर्ट

August 28, 2023

माफी मांगने से बढ़ेगी सलमान खान की गर‍िमा : रामानंद जी महाराज

October 22, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

000000

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In