रांची, 15 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 और 15 नवंबर को झारखंड के दौरे पर थे। इस दौरान झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन साए की तरह उनके साथ रहे। 14 नवंबर की रात रांची में पीएम मोदी के रोड शो को छोड़ दें, तो उनके सभी कार्यक्रमों में हेमंत सोरेन न सिर्फ उपस्थित रहे, बल्कि वह बेहद गर्मजोशी के साथ मेजबानी-अगवानी में जुटे रहे।
इस दो दिवसीय दौरे में पीएम मोदी और सीएम सोरेन के बीच जिस तरह की “केमिस्ट्री” दिखी, सियासत के गलियारे में उसके निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं। प्रधानमंत्री का यह सरकारी दौरा था और इस लिहाज से उनके कार्यक्रमों में सीएम हेमंत सोरेन की मौजूदगी बेशक प्रोटोकॉल का हिस्सा है, लेकिन दोनों ने एक-दूसरे के प्रति जिस तरह सदाशय भाव-भंगिमाएं प्रदर्शित की, उससे संबंधित तस्वीरें झारखंड में चर्चा का विषय बन गई हैं।
हेमंत सोरेन और सीएमओ ने पीएम के दौरे पर उनके स्वागत, अभिनंदन और आग्रह को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर कुल सात ट्वीट किए। सियासी हलकों में चर्चा है कि हाल के दिनों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रधानमंत्री मोदी के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश में लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 नवंबर की रात करीब 9.30 बजे विशेष विमान से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचे। उनके आगमन से करीब एक घंटे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनकी अगवानी को एयरपोर्ट पर पहुंचे। उन्होंने पीएम को गुलदस्ता देकर दोनों हाथ जोड़े तो पीएम मोदी ने बेहद गर्मजोशी से उनके जुड़े हुए हाथों को अपने हाथ में ले लिया।
15 नवंबर की सुबह राजभवन में पीएम मोदी की मौजूदगी में युद्धक विमान मिग-21 का अधिष्ठापन का कार्यक्रम था। यहां भी हेमंत सोरेन की गर्मजोशी भरी मौजूदगी रही। इसके बाद रांची में बिरसा मेमोरियल म्यूजियम के परिभ्रमण और 15 नवंबर को खूंटी में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में हेमंत सोरेन और प्रधानमंत्री की एक-दूसरे से गुफ्तगू की हंसती-मुस्कुराती तस्वीरें सामने आईं।
हेमंत ने पीएम को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर और प्रतिमा भी भेंट की। खास बात यह कि पीएम मोदी और सीएम सोरेन दोनों अपने संबोधनों में संयत और संतुलित रहे। दोनों ने कोई ऐसी बात नहीं कही, जो एक-दूसरे को नागवार लगे। वर्ष 2019 में जबसे झारखंड में हेमंत सोरेन की अगुवाई में जेएमएम-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार बनी है, केंद्र और राज्य सरकार के रिश्तों में लगातार तल्खियां दिखती रही हैं, लेकिन इस बार मोदी के दो दिवसीय दौरे में सब कुछ सामान्य से “बेहतर” रहा।
सीएम ने 15 नवंबर को पीएम को संबोधित एक्स पोस्ट में लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री जी, झारखंड कई मायनों को लेकर आगे बढ़ा है। चाहे खनिज संपदा हो, चाहे खिलाड़ियों को लेकर हो, या किसी अन्य विषय को लेकर हो। प्रधानमंत्री जी, हम यह आग्रह करना चाहेंगे कि यहां बड़े पैमाने पर आदिवासी जो जंगलों में बसते हैं उन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ता है। खनिज सम्पदाओं को निकालने के लिए बड़े पैमाने में कई वर्षों से इनका विस्थापन होता रहा है। मैं आशा और उम्मीद करूंगा कि इस क्षेत्र में बसने वाले लोगों के प्रति भी ऐसी विशेष कार्ययोजना तैयार की जाय, जहां हमारे आदिवासी भाई-बहन अपने जल-जंगल-जमीन के साथ अपने आप को समग्र विकास की कड़ियों से जोड़ सकें। उलिहातू की इस पावन भूमि में आप पहली बार आये हैं। इसी आशा उम्मीद के साथ कि आज के कार्यक्रम से आदिवासी समाज आगे बढे, आपको कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं। जय हिंद! जय झारखंड! जोहार!”
मोदी जब दो दिवसीय दौरे के बाद लौटने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे तो सीएम वहां भी उनके साथ रहे। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी का झारखंड की पावन धरती पर आगमन हुआ। आपका अनेक-अनेक धन्यवाद, आभार और जोहार। आपकी आगे की यात्रा मंगलमय हो। परमात्मा आपको सदैव उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करे, यही कामना करता हूं।“
सियासत के जानकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सदाशयता भरे व्यवहार की वजह ईडी की लगातार जारी कार्रवाई से जुड़े घटनाक्रमों से भी जोड़कर देख रहे हैं। जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पांच बार समन जारी किया है। ईडी के खिलाफ सोरेन कोर्ट भी गए, लेकिन उन्हें खास राहत नहीं मिली। माना जा रहा था कि कोर्ट से राहत न मिलने के बाद ईडी सोरेन के खिलाफ कार्रवाई आगे बढ़ा सकती है, लेकिन करीब एक महीने से इस प्रकरण में ईडी की ओर से कोई हलचल नहीं है।
–आईएएनएस
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