पटना, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी बिहार दौरे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि चुनावी साल है, इसलिए उनको बिहार की याद आ रही है।
24 फरवरी को पीएम मोदी के बिहार दौरा प्रस्तावित होने को लेकर जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, “यह सभी को पता है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव लगातार बोल रहे हैं कि बिहार में चुनावी वर्ष है। चुनाव होने के कारण पीएम मोदी को बिहार की याद आ रही है। वो अब छठी मैया को याद करेंगे, लिट्टी चोखा पर बोलेंगे, लेकिन बिहार को कुछ देंगे नहीं।”
उन्होंने आगे कहा, “पीएम मोदी ने पहले जो वादा किया था, वह सब जुमला साबित हुआ है। बिहार की जनता ने देखा है कि उनको किस तरह धोखा मिला है। वो पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा तक नहीं दिला पाएं। बिहार को विशेष पैकेज नहीं दिए। अगर उनको बिहार से बहुत प्रेम है, तो राज्य को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं देते। अब पूरा केंद्रीय मंत्रिमंडल और भाजपा शासित राज्यों की सरकारें बिहार में ही कैंप करेंगी। अब जनता इन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकती। जनता को इन्होंने धोखा दिया है और बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया है। इसलिए पीएम मोदी को इस बार खाली हाथ लौटना पड़ेगा।”
दिल्ली में वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी की बैठक के दौरान हंगामा और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बैठक में अघोषित आपातकाल जैसा माहौल वाले बयान पर आरजेडी प्रवक्ता ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “वक़्फ़ बोर्ड की समिति, जेपीसी की जो बैठक कर रही है, उसमें सभी को बोलने का अधिकार होना चाहिए। सब अपनी बात रखें यही लोकतंत्र है। लेकिन, वहां बोलते नहीं दिया जा रहा है। जब विपक्ष अपनी बात को नहीं रखेगा, तो इस कमेटी और इस बैठक का मतलब क्या है? जब मनमानी, हिटलरशाही और तानाशाही हर जगह करना है, तो इस कमेटी का क्या मतलब है?”
–आईएएनएस
एससीएच/सीबीटी