नई दिल्ली, 10 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम किया। पीएम मोदी ने बच्चों को परीक्षा के तनाव को कम करने, टाइम मैनेजमेंट और नेतृत्व जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सलाह दी। देश के कोने-कोने से छात्र-छात्राएं कई माध्यमों से इस कार्यक्रम का हिस्सा बने और मुस्लिम बच्चों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में मुस्लिम छात्राओं ने प्रधानमंत्री का ‘परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम’ को सुना। छात्राओं ने बताया कि हमें प्रधानमंत्री का परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम सुनकर काफी मदद मिलेगी। क्योंकि अक्सर परीक्षा में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पेरेंट्स का भी दबाव होता है, लेकिन हम पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहेंगे कि उन्होंने हम छात्राओं के लिए इतना सोचा और परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम आयोजित किया।
बच्चों ने आगे बताया कि इस कार्यक्रम से देशभर के विद्यार्थियों को परीक्षा में आने वाली कठिनाइयों का सामना करने में आसानी होगी। परीक्षा से पहले जो डर हर विद्यार्थी को होता है। पीएम मोदी के कई सलाह से हमें इस डर से पार पाने में मदद मिलेगी। अब हम परीक्षा आसानी से दे पाएंंगे, डर भी खत्म हो जाएगा।
बिहार में पटना के 9वीं कक्षा के छात्र आतिफ़ अख़्तर ने बताया, “पीएम मोदी की सबसे अच्छी बात मुझे ये लगी कि उन्होंने छात्रों को कभी भी तनाव में नहीं रहने की सलाह दी। इससे छात्रों के मन में डर हो जाता है। उन्हें डर होता है कि अगर मैं पास नहीं होगा, तो मां-बाप, फैमिली वाले और टीचर क्या सोचेंगे। डर के मारे और उनका प्रदर्शन खराब हो जाता है।”
आतिफ ने आगे कहा, “जैसे खेल के मैदान में हम देखते हैं कि मैच में जब प्लेयर्स खेलते हैं, तो ऑडियंस उनकी तरफ चिल्लाती है कि छक्का मारना है, चौका मारना है । लेकिन ऑडियंस की बातों से खिलाड़ी अपना कंसंट्रेशन नहीं खोता है। ठीक इसी तरह छात्र के साथ भी है। इसी तरह छात्र को भी किसी के बात में नहीं आना चाहिए।”
आठवीं की छात्रा जीनत ने बताया, “पीएम मोदी की सबसे अच्छी बात मुझे ये लगी कि अगर जिंदगी मिली है, तो उसका आनंद उठाना चाहिए। एग्जाम का प्रेशर अधिक नहीं लेना चाहिए। ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए। पेरेंट्स को बच्चों को और उनके हॉबी को भी जानना चाहिए।”
–आईएएनएस
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