बेंगलुरु, 25 सितंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा मैसुर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की याचिका खारिज किए जाने के बाद सियासत तेज हो गई है। इस मामले को लेकर कांग्रेस एमएलसी इवान डिसूजा ने भाजपा पर निशाना साधा और इस मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाया।
कांग्रेस एमएलसी इवान डिसूजा ने पीएम मोदी द्वारा मुडा मामले का जिक्र करने पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “प्रधानमंत्री को हमारे सीएम के बारे में कुछ भी कहने का कोई अधिकार नहीं है। सीएम सिद्धारमैया ने कुछ भी गलत नहीं किया है और जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह राजनीति से प्रेरित हैं, इसलिए पीएम के पास बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।“
उन्होंने भाजपा और जेडीएस पर आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा और उनके सहयोगी दल इसे एक राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह केवल भाजपा और जेडीएस के लिए एक खेल है, क्योंकि वह कर्नाटक सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। मेरा मानना है कि हमारे सीएम की कोई गलती नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री मुडा मामले में टिप्पणी कर रहे हैं। इसलिए उन्हें टिप्पणी को वापस लेना चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया गया तो हम उनके खिलाफ भी आवाज उठाएंगे।“
पीएम मोदी ने सोनीपत में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अभी दो साल ही हुए हैं और कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री पर भूमि घोटाले का आरोप है। याद कीजिए, 10 साल पहले जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैसे प्रदेश को लूटा गया था। यहां किसानों की जमीनों को लूटा गया, कांग्रेस ने हरियाणा को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया था।
सीएम सिद्धारमैया की याचिका को कर्नाटक हाई कोर्ट ने मंगलवार को खारिज कर दिया था। इस मामले में उन्होंने कहा था, “मुझे मीडिया के माध्यम से हाई कोर्ट के आदेश के बारे में जानकारी मिली। मैं आदेश की कॉपी पढ़ने के बाद ही जवाब दूंगा। हालांकि, इतना कहूंगा कि मैं जांच से पीछे नहीं हटूंगा। मैं एक्सपर्ट से सलाह लूंगा कि कानून के तहत ऐसी जांच की अनुमति है या नहीं। मैं कानूनी सलाहकारों से चर्चा के बाद आगे की लड़ाई की रूपरेखा तय करूंगा।“
–आईएएनएस
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