गुवाहाटी, 17 मई (आईएएनएस)। मणिपुर में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने आरोप लगाया है कि भाजपा पूर्वोत्तर के डीएनए को नहीं समझती है।
बुधवार को आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर एक बहुत ही संवेदनशील क्षेत्र है, जहां विभिन्न जातीय समूहों के बीच उचित संतुलन बनाए रखना चाहिए। चाहे मणिपुर हो या असम, भाजपा सरकारें ऐसा करने में विफल रही हैं।
असम की राज्यसभा सांसद के अनुसार, राष्ट्रीय नागरिक पंजीयक (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मुद्दे पर असमिया और बंगाली लोगों के बीच एक दरार मौजूद है।
देव ने कहा, बीजेपी एनआरसी और सीएए के मुद्दों पर न तो असमिया और न ही बंगाली समुदायों को खुश कर सकी और यही बात मणिपुर में भी हुई है।
यहां तक कि असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में अनुसूचित जनजाति के लोग भी भाजपा के शासन के तरीके से नाखुश हैं।
देव के मुताबिक, मणिपुर में जो जातीय झगड़ा शुरू हुआ है, उसे शांत होने में काफी समय लगेगा।
तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव जीतना और सुशासन दो अलग-अलग पहलू हैं।
देव ने कहा, बीजेपी ने सोचा था कि अगर वे चुनाव जीतते हैं, तो वे बेहतर शासन प्रदान कर सकते हैं, लेकिन वे गलत थे। हिंदी हार्टलैंड पार्टी को अभी भी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) इस क्षेत्र में मुद्दों को हल करने में पूरी तरह विफल रहा है।
–आईएएनएस
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