नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने पेरिस ओलंपिक से लौटने के बाद आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने अपनी हार पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि जब मैं ओलंपिक में खेलने उतरी थी, तो जो सोचा था, वह नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि मैं इस हार को स्वीकार नहीं कर पा रही हूं। मुझे अपनी गलतियों का अहसास है। शायद मैं समझ नहीं पाई कि मुझमें क्या कमी रह गई। अगर मुझे अपनी कमियों का पता होता, तो मैं चैंपियन बनकर लौटती।
अपने स्कोर के बारे में उन्होंने कहा कि हमारा खेल थोड़ा अलग है। इसमें यह नहीं पता चलता कि स्कोरिंग कैसे होती है। हमें लगता है कि हम जीत रहे हैं और विरोधी को भी यही लगता है। लेकिन यह जजों की सोच पर निर्भर करता है कि वे स्कोर कैसे देते हैं। इसमें आप सही या गलत नहीं कह सकते, जो भी फैसला आता है, उसे स्वीकार करना होता है।
मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को रविवार को पेरिस में चीन की ली कियान के साथ क्वार्टर फाइनल में कड़े मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। क्वार्टर फाइनल में बोरगोहेन की हार के साथ ही भारत का मुक्केबाजी अभियान भी पेरिस ओलंपिक में बिना किसी पदक के समाप्त हो गया।
75 किग्रा वर्ग में मौजूदा विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता बोरगोहेन को टोक्यो खेलों की रजत विजेता 34 वर्षीय खिलाड़ी के हाथों 1-4 से हार का सामना करना पड़ा।
–आईएएनएस
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