नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। वित्तवर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह 17 जून तक 3,79,760 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्तवर्ष की समान अवधि में यह 3,41,568 करोड़ रुपये था, जो 11.18 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
3,79,760 करोड़ रुपये के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में निगम कर (सीआईटी) 1,56,949 करोड़ रुपये (रिफंड का शुद्ध) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है, जिसमें प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) शामिल है, जो रिफंड 2,22,196 करोड़ रुपये है।
2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (रिफंड के समायोजन से पहले) पिछले वित्तवर्ष की इसी अवधि में 3,71,982 करोड़ रुपये की तुलना में 4,19,338 करोड़ रुपये रहा, जो 2022-23 के संग्रह पर 12.73 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है।
2023-24 की पहली तिमाही के लिए अग्रिम कर संग्रह 17 जून तक 1,16,776 करोड़ रुपये रहा, जो कि ठीक पूर्ववर्ती वित्तवर्ष यानी 2022-23 की इसी अवधि के लिए 1,02,707 करोड़ रुपये के अग्रिम कर संग्रह के मुकाबले 13.70 प्रतिशत की वृद्धि थी।
–आईएएनएस
एसजीके