नई दिल्ली, 4 नवंबर, (आईएएनएस)। पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर लाहौर लगातार सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है। शनिवार को यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) रिकॉर्ड 1900 दर्ज किया गया, लेकिन पाकिस्तानी पंजाब प्रात की सरकार समस्या को हर करने की जगह भारत पर आरोप मढ़ने में ज्यादा समय खर्च कर रही है। हालांकि एक्सपर्ट्स पाकिस्तान के इन आरोपों में कोई दम नहीं देखते हैं।
आईएमडी सूत्रों के अनुसार दिवाली के दो दिन बाद और उसके बाद भी प्रमुख हवा उत्तर-पश्चिमी थी, अर्थात हवा पश्चिम से पूर्व की ओर लगभग 15 किमी/घंटा की गति से चल रही थी, इसलिए प्रदूषण का पाकिस्तान की ओर जाने का कोई मतलब नहीं था।
आईएमडी सूत्रों ने कहा कि आज भी हवा शांत है और शाम को कभी-कभी दक्षिण-पूर्वी दिशा से चलती है, इतनी धीमी गति से प्रदूषक आगे नहीं बढ़ पाते। अगले कुछ दिनों तक मौसम की स्थिति ऐसी ही बने रहने की संभावना है, इसलिए पाकिस्तान के आरोपों का कोई मतलब नहीं है, जो तथ्यों पर आधारित होने के बजाय राजनीतिक अधिक प्रतीत होते हैं।
बता दें हाल ही में वरिष्ठ प्रांतीय मंत्री मरियम औरंगजेब ने प्रदूषण की समस्या के लिए भारत को दोषी ठहराते हुए कहा कि तेज हवाओं के कारण दिल्ली, अमृतसर और चंडीगढ़ से धुंध लाहौर में प्रवेश कर रही है।
मीडिया रिपोट्स् के मुताबिक रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए औरंगजेब ने प्रदूषण के मुद्दों को हल करने के लिए भारत के साथ बातचीत की अपील की। उन्होंने कहा, “भारत के साथ बातचीत के बिना इसे हल नहीं किया जा सकता है।”
इस बीच लाहौर प्रसाशन ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए अपने इमरजेंसी रिस्पांस प्लान के तहत, लोगों के घर से काम करने के आदेश जारी किए हैं और प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है।
–आईएएनएस
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