नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान के नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर में सोमवार को लगभग पांच घंटे तक चली मंत्रिपरिषद की मैराथन बैठक को सार्थक बैठक करार देते हुए कहा है कि इस बैठक में विभिन्न पॉलिसी संबंधित मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं मंत्रिपरिषद की बैठक की तस्वीरों को शेयर करते हुए ट्वीट किया, “मंत्रिपरिषद के साथ एक सार्थक बैठक, जहां हमने विभिन्न पॉलिसी संबंधी मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।”
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शेयर की गई बैठक की चार तस्वीरों में से एक में प्रधानमंत्री अपने मंत्रिपरिषद के सहयोगियों को संबोधित करते नजर आ रहे हैं और दो अन्य तस्वीरों में वे मंत्रियों के साथ बैठकर प्रेजेंटेशन देखते नजर आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सरकार की विदेश नीति को लेकर विदेश सचिव ने प्रेजेंटेशन दिया। यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विदेशी दौरा किस तरह से पूर्व प्रधानमंत्रियों के विदेशी दौरे की तुलना में अलग रहा। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल एक्सपेंडिचर को लेकर भी बैठक में प्रेजेंटेशन दिया गया।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों को 2047 के रोड मैप पर फोकस करने और सभी चल रही परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की भी हिदायत दी। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि हम शांति के साथ काम कर रहे हैं ताकि हम युद्ध के लिए तैयार रहें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली के प्रगति मैदान के नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर में सोमवार को लगभग पांच घंटे तक चली केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, एस. जयशंकर, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, गिरिराज सिंह, अनुराग ठाकुर, महेंद्र नाथ पांडेय, किरेन रिजिजू और जी. किशन रेड्डी सहित केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री शामिल हुए।
कैबिनेट में बड़े बदलाव और फेरबदल की आहट के बीच लगभग पांच घंटे तक चली मंत्रिपरिषद की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल, 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा आलाकमान ने भाजपा संगठन के साथ-साथ मोदी सरकार में फेरबदल का भी एक बड़ा ब्लू प्रिंट तैयार किया है और यह माना जा रहा है इस सरकार के कई मंत्री भाजपा संगठन में भेजे जा सकते हैं।
वही कुछ मंत्रियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर भी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। ऐसे में मंत्रिपरिषद की इस बैठक को कई मंत्रियों के लिए विदाई बैठक के तौर पर भी देखा जा रहा है। वर्तमान लोकसभा में मोदी सरकार का संभवतः यह आखिरी सबसे बड़ा फेरबदल और विस्तार होगा इसलिए किसे हटाना है और किसे लाना है, इसे लेकर भाजपा में शीर्ष स्तर पर विचार-मंथन का दौर पिछले लंबे समय से जारी है।
आज की इस मंत्रिपरिषद की बैठक को संभवतः अंतिम बैठक माना जा सकता है। क्योंकि संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होने जा रहा है जिसके 11 अगस्त तक चलने की संभावना है। इसलिए यह माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी संसद के मानसून सत्र से पहले ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं। पार्टी संगठन में भी बड़ा फेरबदल होना है। कई राज्यों में भी नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति होनी है जो अपने-अपने प्रदेशों में नई टीम बनाएंगे।
–आईएएनएस
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