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Home ताज़ा समाचार

प्रधान ने की ओडिशा सरकार की आलोचना

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March 30, 2023
in ताज़ा समाचार
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प्रधान ने की ओडिशा सरकार की आलोचना
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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

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पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

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प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

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बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

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प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

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भुवनेश्वर, 30 मार्च (आईएएनएस)। चुनावी जिले झारसुगुड़ा में 15 वर्षीय एक लड़के के अपहरण और हत्या के मामले में, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्तारूढ़ बीजद सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अराजक ओडिशा एक वास्तविकता है।

गौरतलब है कि 15 वर्षीय लड़के समर्थ अग्रवाल का 27 मार्च को अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता को रात करीब 8.30 बजे फोन आया। अपहरणकर्ताओं से बच्चे को छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस को मंगलवार को झारसुगुड़ा से करीब 100 किलोमीटर दूर बारगढ़ जिले में नदी के किनारे लड़के का जला हुआ शव मिला। यह अपराध तत्कालीन मंत्री और स्थानीय विधायक नबा दास की 29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के दो महीने बाद हुआ।

ट्विटर पर प्रधान ने कहा कि, मंत्री नाभा दास की दिनदहाड़े हत्या के ठीक दो महीने के भीतर युवा समर्थ की हत्या ने कानून के शासन पर ओडिशा सरकार के दावों की पोल खोल दी है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में न तो नागरिक सुरक्षित हैं और न ही जनप्रतिनिधि।

उन्होंने कहा कि उपर्युक्त दो हत्याओं जैसी जघन्य घटनाओं ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और ओडिशा के लोगों के विश्वास को कमजोर कर दिया है।

प्रधान ने कहा, युवा समर्थ के परिवार को किसी भी तरह की सहानुभूति से सांत्वना नहीं मिलेगी। ओडिशा सरकार को कानून का शासन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कसनी चाहिए।

बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने प्रधान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

पात्रा ने प्रधान को भाई कहते हुए कहा, ओडिशा के शांतिप्रिय लोगों को कानूनविहीन बताकर उनका अपमान न करें। अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा का अपमान न करें। यह देखकर आश्चर्य होता है कि आप अभी भी अराजकता (कानून और व्यवस्था) और अपराध के बीच के अंतर से अनजान हैं।

उन्होंने कहा कि अराजकता तब होती है जब ओडिशा के पदमपुर में जीएसटी के छापे के दौरान ओडिशा के सैकड़ों बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जीएसटी का भुगतान करने में धोखाधड़ी करने वाले व्यवसायी की मदद करने के लिए जीएसटी छापा मारने वाली पार्टी द्वारा जब्त किए गए कागजात छीन लेते हैं।

पात्रा ने कहा कि जब 500 लोगों ने संबलपुर से कटक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, तो कई वर्षों तक एनएच के काम को पूरा करने में देरी हुई और जब हजारों किसानों ने अधिशेष धान नहीं उठाने के लिए केंद्रीय उपेक्षा का विरोध किया, तो ये कानून और व्यवस्था के मुद्दे हैं।

यह कहते हुए कि अपराध एक समूह या व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, जिसकी जांच की जाती है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है, बीजद नेता ने कहा, कृपया अपराध के संवेदनशील मामलों पर गुमराह करने और राजनीति करने की कोशिश न करें।

बीजद सांसद ने कहा, एनसीआरबी की रिपोर्ट (2021) के अनुसार, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, असम और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में ओडिशा की तुलना में अधिक बलात्कार के मामले हैं। इसी तरह, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में 2021 में ओडिशा की तुलना में अधिक हत्या के मामले हैं।

–आईएएनएस

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