प्रयागराज, 31 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने सावन के चौथे सोमवार को कुंभ नगरी प्रयागराज में शिव भक्तों पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की। पुष्पवर्षा के सम्मान से संगम और गंगा के सभी तट बोल-बम के जयघोष से गूंज उठे।
श्रावण मास में कुम्भ नगरी प्रयागराज में संगम और गंगा के सभी तट केसरिया रंग से रंग चुके हैं। पुराणों में वर्णित आदि शिवालय श्री ब्रह्मेश्वर महादेव मंदिर, श्री मनकामेश्वर मंदिर और संगम के घाटों से बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी गंगा जल ले जा रहे शिव भक्त कांवड़ियों की लम्बी-लम्बी कतारों पर सोमवार को हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।
डीएम प्रयागराज संजय कुमार खत्री का कहना है कि सरकार के निर्देश पर प्रयागराज में शिवभक्त कांवड़ियों पर हेलिकॉप्टर से चार चरण में पुष्प वर्षा की गई। संगम और मां गंगा के सभी तटों के अलावा जिले के उन सभी शिवालयों के मार्गों में जहां से शिव भक्त गुजरते हैं, पुष्प बरसाए गए हैं। हेलिकॉप्टर से हो रही पुष्पवर्षा से शिवभक्त भावविभोर हो गए।
संगम की त्रिवेणी का पावन जल बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी ले जा रहे शिवभक्त रामेश्वर ने बताया कि एक दशक से अधिक वर्षों से सावन के मास में त्रिवेणी का जल लेकर वह काशी जाते हैं। शिव भक्तों को इतना सम्मान किसी सरकार ने नहीं दिया, जितना योगी जी ने दिया है।
दारागंज के दशाश्वमेध घाट से कांवड़ उठाकर पडिला महादेव मंदिर गंगा जल अर्पित करने जा रहे भानुप्रताप कावड़ियों की आस्था को मिल रहे सम्मान से भाव विभोर हैं। उनका कहना है कि यह पुष्प वर्षा नहीं बल्कि महादेव के आशीर्वाद की वर्षा है, जो एक संत मुख्यमंत्री द्वारा ही कराई जा सकती है।
पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमित शर्मा के मुताबिक़ शिव भक्तों के गुजरने वाले सभी मार्गों एवं घाटों पर निरंतर पेट्रोलिंग की व्यवस्था है। संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी कराई जा रही है। प्रशासन कट या संपर्क मार्गों पर विशेष निगरानी एवं व्यवस्था रख रहा है। कावंड़ मार्गों पर पड़ने वाले अंधे मोड़ों पर साइनेज लगाये गए हैं। उनके यात्रा के मार्ग पर अंडा-मांस- मछली की दुकानें किसी भी स्थिति में खुली न हों, इसे भी सुनिश्चित कराया गया है।
–आईएएनएस
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