चिक्कमगलुरु, (कर्नाटक) 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में सोमवार को बारिश की कमी के कारण फसल के नुकसान के बाद 55 साल के एक किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पुलिस के मुताबिक, कडूर तालुक के लिंगदहल्ली के रहने वाले किसान कृष्णा नाइक ने अपने आवास पर फांसी लगा ली।
उन्होंने 3 लाख रुपये का कर्ज लिया था और अपने कृषि क्षेत्र में रागी और ज्वार की फसल बोई थी। हालांकि, बारिश नहीं होने के कारण फसल नष्ट हो गई। इसके बाद किसान ने यह कदम उठाया।
अकेले कदुर तालुक में पिछले 40 दिनों में किसानों की यह पांचवीं आत्महत्या है।
सखारायपटना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। राज्य ने चिक्कमगलुरु जिले के कदुर तालुक को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। अधिकारियों ने किसानों के लिए एक हेल्पलाइन भी खोली है।
अधिकारियों के अनुसार, कर्नाटक में पिछले 18 महीनों में फसल के नुकसान के बाद कुल 1,219 किसानों ने अपनी जान दे दी है।
राज्य सरकार ने राज्य के 236 में से 194 तालुकों को सूखाग्रस्त घोषित किया है और 4,860 करोड़ रुपये का राहत पैकेज केंद्र से मांगा है।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि करीब 42 लाख हेक्टेयर फसल का नुकसान हुआ है। राज्य में कुल मिलाकर 30,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। फिलहाल केंद्रीय दल राज्य के 11 जिलों का दौरा कर स्थिति का आकलन कर रहा है।
–आईएएनएस
एसकेपी