रीवा देशबन्धु. समर्थन मूल्य पर की जा रही धान की खरीदी में समिति प्रबंधकों द्वारा एक बार फिर से धान घोटाला किए जाने का मामला उजागर हुआ है. सेवा सहकारी समिति सोहागी के खरीदी केन्द्र में 5 हजार 146ण्60 क्विंटल धान ऑनलाइन पोर्टल में कम दिख रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि खरीदी केन्द्र प्रभारी द्वारा उक्त धान को गायब किया गया है.
कलेक्टर के निर्देश पर नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक पियूष माली महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकए जिला प्रबंधक स्टेट सिविल सप्लाई जिला प्रबंधक वेयर हाउसिंग एवं नायब तहसीलदार त्योंथर द्वारा धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण किया गया. भौतिक सत्यापन में मौके से 5 हजार 146 क्विंटल धान खरीदी केन्द्र में नहीं पाई गई. उक्त गायब की गई धान की कीमत 1 करोड़ 18 लाख 37 हजार 502 रुपए बताई गई है. पूरे मामले का प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को भेजा जा चुका है.
डेढ़ से दो किलो ज्यादा तौल
समर्थन मूल्य पर जो धान की खरीदी की जा रही हैए उसमें खरीदी केन्द्रों के प्रभारी किसानों से डेढ़ से दो किलो की ज्यादा तौल कर रहे हैं. मजबूरी में किसान अपने धान की बिक्री कर रहे हैं. यहां पर यह बता दें कि कई खरीदी केन्द्रों में जिला कलेक्टर द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के बाद मौके में जब धान की तौल कराई गई तो उसमें डेढ़ किलो से दो किलो तक धान ज्यादा पाई गई है. हालांकि इस मामले में कलेक्टर द्वारा खरीदी केन्द्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस भी दी गई है.
वेयर हाउस अधिकारी से सांठगांठ
सूत्रों की मानें तो खरीदी केन्द्र प्रभारी वेयर हाउस प्रभारियों से सांठगांठ कर ऑफलाइन धान जमा करने का लेटर ले रहे हैं. दरअसल जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम डीओ लेटर जारी नहीं कर रहे हैं ऐसी स्थिति में ऑफलाइन धान जमा कर बाद में वह नॉनए वेयर हाउस के अधिकारियों की मिलीभगत से उसे भुना सकते हैं.
ब्लैकलिस्टेड को बनाया खरीदी केन्द्र
धान खरीदी के लिए जिले में बनाए गए खरीदी केन्द्र आधे से ज्यादा ब्लैकलिस्टेड थेए जिन्हें खरीदी का जिम्मा दिया गया है. यह सब नागरिक आपूर्ति निगम के कर्मचारियों की सांठगांठ से हुआ है. गत वर्ष की गई खरीदी में एक दर्जन से ज्यादा खरीदी केन्द्रों में पाई गई अनियमितता के बाद उन्हें कालातीत किया गया था परंतु समिति प्रबंधकों ने जुगाड़ से एक बार फिर खरीदी केन्द्र बनवाकर धान घोटाले में जुट गए हैं.