रोहतक, 1 फरवरी (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे किसान और कमजोर वर्ग को कुछ नहीं मिलने वाला है।
उन्होंने कहा कि इस बजट में देश को विश्व में पांचवी से तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने की बात की गई है। लेकिन इस तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने के दावे में किसान और कमजोर वर्ग का हिस्सा नहीं है। महज लोन की सीमा बढ़ाने से किसान और कमजोर वर्ग को कुछ मिलने वाला नहीं है। बजट में केवल बड़े आर्थिक लक्ष्य ही नहीं, बल्कि आम आदमी, खासकर किसानों और गरीबों के लिए ठोस योजनाएं भी शामिल होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक टैक्स कलेक्शन का सवाल है, खासकर जीएसटी का, तो कॉरपोरेट सेक्टर और दूसरे सेक्टरों में जो ग्रोथ होनी चाहिए थी, उसमें कमी है। साल 2024-25 के लिए अनुमान लगाया गया था कि कुल कर संग्रह 50 लाख करोड़ से अधिक होगा, लेकिन आज ऐसा नहीं है। जहां तक किसानों की बात है, उनके लिए कोई खास ऐलान नहीं किया गया है, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।
वहीं, भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने आम बजट को समावेशी बताते हुए मध्यम वर्ग के लिए लाभकारी बताया। उन्होंने कहा कि बजट निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशी विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप है। 12 लाख रुपये तक की आय पर कर में छूट गरीबों और मध्यम वर्ग को महत्वपूर्ण राहत प्रदान करेगी। एक अच्छा बजट देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताता हूं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट संसद में पेश किया। निर्मला सीतारमण ने नए टैक्स स्लैब की घोषणा करते हुए कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं चुकाना होगा।
–आईएएनएस
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