छपरा, 21 मार्च (आईएएनएस)। कहा जाता है कि अगर सच्चा प्यार हो तो वह धर्म, जाति के बंधनों को तोड़कर भी अपनी मंजिल पा लेता है। ऐसा ही एक मामला बिहार के सारण जिले के गरखा में देखने को मिला, जब एक मुस्लिम लड़की बंधनों को तोड़कर अपने हिंदू प्रेमी के साथ सात फेरे लेकर सात जन्मों के लिए साथ हो गई। इस विवाह की सबसे बड़ी विशेषता थी कि पूरा गांव इसमें शरीक हुआ।
छपरा के गराखा के रहने वाले राजा बाबू कुमार और निशा खातून का प्रेम प्रसंग दो-तीन सालों से चल रहा था। दोनो एक कोचिंग सेंटर में पढ़ते थे और वही दोनो की आंखें चार हुईं। इसके बाद दोनो का प्यार दिन प्रतिदिन गहराता चला गया।
प्रेम धीरे धीरे परवान चढ़ने लगा और दोनों एक साथ जीने मरने को तैयार हो गए। जब इस युगल को एक होने में सामाजिक और धार्मिक बंधन आड़े आने लगा, तो दोनों दो महीना पहले घर से भाग गए। इसके बाद लड़की वालों ने लड़के वालों पर दबाव भी बनाया और फिर दोनों घर लौट गए।
इसके बाद पंचायत बैठी और दोनों के परिजनों को बुलाया गया। प्रेमी युगल भी किसी भी हाल में प्यार को मंजिल तक ले जाने का दृढ़ निश्चय कर चुके थे। पंचायत ने भी इसे मान्यता प्रदान कर दी।
इसके बाद सोमवार को गरखा में हिंदू रीति रिवाज के साथ राजा और निशा परिणय सूत्र में बंध गए। इस समारोह में गांव के सभी लोगों ने शिरकत की।
लड़के की मां चंदा देवी कहती हैं कि बच्चो को खुशी सबसे बड़ी है। वे खुश रहे। उन्होंने कहा कि इस शादी से दोनों परिवार खुश हैं।
–आईएएनएस
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