पटना, 11 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर गए हैं। वो बीपीएससी कार्यालय पर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
उनकी मांग है कि बीपीएससी टीआरई 3.0 शिक्षक भर्ती में वन कैंडिडेट वन रिजल्ट लागू किया जाए।
अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल कुसुम ने कहा कि बीपीएससी टीआरई-1, टीआरई-2 परीक्षा में हमारे साथ जो अन्याय हुआ है वो टीआरई 3.0 में न हो।
शिक्षक भर्ती मे वन कैंडिडेट वन रिजल्ट लागू किया जाए। इसे लेकर हम सोमवार सुबह 11 बजे बीपीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। हम अपनी मांगों को शांतिपूर्वक सरकार के सामने रखेंगे।
छात्र दिलीप कुमार ने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर इकट्ठा हुए हैं। हमारी मांग है कि सरकार बीपीएससी टीआरई 3.0 शिक्षक भर्ती मे वन कैंडिडेट वन रिजल्ट लागू करे। साथ ही रिजल्ट से पहले काउंसलिंग कराई जाए, ताकि सीटें खाली न रहे, जिससे लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके।
उन्होंने कहा कि इन्ही मांगों को लेकर हम बीपीएससी कार्यालय पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। हम लोग सरकार, आयोग और शिक्षा विभाग तक मीडिया के माध्यम से अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य है कि सरकार शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ न्याय करे।
टीआरई-1, और टीआरई-2 में मल्टीपल रिजल्ट की वजह से हजारों सीटें खाली रह गईं थी। काउंसलिंग भी रिजल्ट के बाद करवाई गई थी। इसकी वजह से हजारों सीटें खाली रह गईं। हम चाहते हैं कि ऐसी नौबत बीपीएससी टीआरई 3.0 की परीक्षा में नहीं आए।
हजारों शिक्षक अभ्यर्थियों ने कट ऑफ के बराबर अंक प्राप्त किए थे, इसके बावजूद हजारों शिक्षक अभ्यर्थी बेरोजगार रह गए। सैकड़ों अभ्यर्थियों की उम्र खत्म हो गई, जिसके कारण वो अब आवेदन नहीं कर सकते हैं।
छात्र दिलीप कुमार ने कहा कि अन्य बहाली में रिजल्ट से पहले काउंसलिंग होती है, उसी तरह टीआरई 3.0 की परीक्षा में रिजल्ट से पहली काउंसलिंग करवाई जाए। विज्ञापन में लिखा है कि एक अभ्यर्थी को एक ही पद आवंटित किया जाएगा। तो एक अभ्यर्थी का एक ही जगह रिजल्ट दिया जाए, ताकि सीटें खाली न रहे।
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग ने पिछले महीने बीपीएससी टीआरई 3.0 परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा 19 से 22 जुलाई तक हुई थी। बीपीएससी ने यह परीक्षा प्राइमरी टीचर, ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर, पोस्ट ग्रेजुएट टीचर के पदों के लिए आयोजित की थी।
–आईएएनएस
एसएम/सीबीटी