नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। दिग्गज पत्रकार और गांधी परिवार की करीबी दोस्त सुमन दुबे के बेटे अमिताभ दुबे ने बुधवार को एआईसीसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अडानी मुद्दे को लेकर केंद्र पर हमला बोला।
अमिताभ दुबे ने अडानी समूह को कथित रूप से लाभ उठाने के लिए सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सेबी ने पहले अडानी समूह की जांच की थी, लेकिन यह निवेशकों की रक्षा करने में विफल रहा, क्योंकि समूह का बाजार पूंजीकरण तीन वर्षो में अस्वाभाविक रूप से 1,000 प्रतिशत बढ़ गया।
उन्होंने कहा कि ईडी ने पहले अडानी के एक करीबी सहयोगी चीनी नागरिक चांग चुंग-लिंग की जांच की थी और अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला मामले से संबंधित दो आरोपपत्रों में उनकी फर्म गुडामी इंटरनेशनल का नाम लिया था, बाद के आरोपपत्रों में उनका नाम रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था।
हालांकि, जब आईएएनएस ने अमिताभ दुबे से संपर्क किया, तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
अमिताभ दुबे इस समय एआईसीसी के संचार विभाग की अनुसंधान इकाई का नेतृत्व कर रहे हैं और पांच वर्षो से अधिक समय से अखिल भारतीय पेशेवर कांग्रेस के साथ हैं, जो कांग्रेस के कामकाजी पेशेवरों और उद्यमियों पर केंद्रित है। इससे पहले उन्होंने विभिन्न कंपनियों में वित्तीय विश्लेषक के रूप में काम किया था।
वह राजीव गांधी फाउंडेशन से भी जुड़े हुए हैं, जिसमें उनके पिता सुमन दुबे संस्थापक सदस्यों में से एक हैं।
पूर्व पत्रकार सुमन दुबे ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रेस सलाहकार के रूप में कार्य किया था। वह नेहरू मेमोरियल संग्रहालय व पुस्तकालय और डाउ जोन्स सहित कई संगठनों से भी जुड़े थे।
दुबे की कंपनी द्वारा 2011 में तैयार की गई एक रिपोर्ट ने कांग्रेस में बदलाव के लिए जोर दिया था, जिसमें सुझाव दिया गया था कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाया जाना चाहिए, क्योंकि उस समय यूपीए सरकार एनजीओ और विपक्ष द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से निपटने के लिए संघर्ष कर रही थी।
–आईएएनएस
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