नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर गुरुवार को शिक्षकों को शुभकामनाएं दी। इस दौरान पीएम मोदी ने देश के भविष्य को आकार देने में शिक्षकों की भूमिका के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के शिक्षकों को संबोधित करते हुए एक भावपूर्ण पत्र भी लिखा। इसमें उन्होंने एक मजबूत, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में शिक्षकों के समर्पण और भूमिका की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश भर के शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे ज्ञान, मार्गदर्शन, सपनों को प्राप्त करने के लिए प्रेरणा और साहस प्रदान करके छात्रों के जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पीएम मोदी ने पत्र में कहा, “आप छात्रों को सपने देखने के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें उन सपनों को पूरा करने का साहस भी प्रदान करते हैं। आप कल के लिए सक्षम नागरिकों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने छात्रों को उनके व्यक्तिगत विकास में मार्गदर्शन करने के साथ-साथ उन्हें जिम्मेदार और सक्षम नागरिक बनाने में शिक्षकों की भूमिका की सराहना की।
उन्होंने पत्र में कहा, “देश छात्रों और शिक्षकों को साथ लेकर शिक्षा सुधारों की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। विकास के इस पथ पर सभी संसाधनों के माध्यम से शिक्षकों के हाथ मजबूत किए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज भारत पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक शिक्षा प्रणाली के मेल से दुनिया भर में ज्ञान के एक उत्कृष्ट केंद्र के रूप में उभर रहा है।”
2047 तक आत्मनिर्भर बनने की देश की इच्छा को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, “आज जो छात्र स्कूल और कॉलेजों में पढ़ रहे हैं, उनके प्रयास आने वाले वर्षों में देश को एक नई दिशा देंगे।”
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और सभी से “हमारे गुरुओं को सम्मान देने की अनूठी परंपरा को याद रखने और बनाए रखने” का आग्रह किया।
–आईएएनएस
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