बेंगलुरु, 21 फरवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक विधान परिषद के भाजपा और जद-एस सदस्यों ने बुधवार को सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुख्यमंत्री सिद्दरामैया की टिप्पणी के विरोध में सदन से बहिर्गमन किया।
परिषद में विपक्ष के नेता कोटा श्रीनिवास पुजारी ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर सीएम द्वारा की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई।
पुजारी ने मांग की कि उन्हें भी सदन में बोलने और सीएम के भाषण का जवाब देने का मौका दिया जाना चाहिए।
पुजारी ने कहा, “मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने राज्यपाल के अभिभाषण पर लगातार तीन घंटे तक बात की और इस संबंध में सवालों के जवाब देते रहे। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी अपनी बात रखी। यह एक चुनाव प्रचार भाषण था, क्योंकि अपने पूरे भाषण में सीएम सिद्दरामैया ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। अगर मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी गई, तो लोगों को गलत संदेश जाएगा।”
पुजारी की मांग पर कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति जताई और सीएम सिद्दरामैया का समर्थन किया। उन्होंने “हमारा कर हमारा अधिकार” और “भाजपा कन्नड़ लोगों के खिलाफ है” जैसे नारे भी लगाए।
भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सदन से बहिर्गमन किया।
सीएम सिद्दरामैया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेसी सच्चे राष्ट्रवादी हैं, क्योंकि उन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, जेल गए और उनमें से कई शहीद हो गए।
सीएम ने सवाल किया, “क्या जनसंघ और भाजपा परिवार, जिन्होंने कभी स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया, राष्ट्रवादी हैं?”
उन्होंने कहा, “देश की आजादी के लिए जो लोग जेल गए, शहीद हुए, अंग्रेजों की यातनाएं झेलीं, वे कांग्रेसी थे। भाजपा के पास स्वतंत्रता संग्राम का कोई इतिहास नहीं है। उनका देश के लिए लड़ने का कोई इतिहास नहीं है। हमारे संघर्ष से देश को आजादी मिलने के बाद अब वे राष्ट्रवादी होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन भारत के इतिहास ने दर्ज किया है कि असली राष्ट्रवादी कौन हैं।”
–आईएएनएस
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