नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने बुधवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस को लेकर दिए गए “एंटी दलित” बयान, उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर और दिल्ली में सोनम वानचुंग की गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
कांग्रेस को “एंटी दलित” बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा कि लेटरल एंट्री मोदी जी लेकर आते हैं, आरक्षण को हटाने का बयान भाजपा और आरएसएस के तमाम नेता देते हैं। उन्होंने पिछले 10 साल में एक भी दलित राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा में यह बात कही जहां पिछले 10 साल में भाजपा ने चार-पांच अध्यक्ष बदले, लेकिन एक भी दलित को अध्यक्ष नहीं बनाया। ऐसे में मोदी जी की बात को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। पिछले 10 साल में हरियाणा में कांग्रेस के चारों अध्यक्ष दलित रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे स्वयं दलित परिवार से आते हैं। भाजपा ने पिछले 10 साल में क्या किया, यह बताने के लिए मोदी जी के पास कुछ नहीं है, इस वजह से वह जातिवाद जैसे बयान दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में परिवार वालों ने एसपी पर मुकदमा दर्ज करवाया है। इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी का मैं पोस्ट पढ़ रहा था, जिसमें उन्होंने राज्य पुलिस को समझाया है कि किसी के दबाव या वाहवाही के चक्कर में फर्जी एनकाउंटर जैसे काम न करें। पूर्व डीजीपी द्वारा यह एक नसीहत है कि पुलिस अपनी भूमिका और कर्तव्य के बारे में दोबारा सोचे। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के लोग लाशों पर भी राजनीति कर सकते हैं। ये लोग किस तरीके से अधिकारियों का दुरुपयोग करते हैं, यह अपने-आप में जांच का विषय है।
सोनम वानचुंग को दिल्ली पुलिस के अरेस्ट करने को लेकर आलोक शर्मा ने कहा कि जब भी मोदी सरकार डरती है, वह पुलिस को आगे करती है। सोनम वानचुंग पर्यावरण और लेह लद्दाख के जरूरी मुद्दों को लेकर दिल्ली तक आए हैं और इस सरकार ने उनकी बात सुनने की बजाय वानचुंग को ही जेल में डाल दिया। गांधी जयंती के अवसर पर हुई इस घटना ने भाजपा और मोदी जी के चेहरे को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को गांधी जी सिर्फ वोटों और दिखावे के लिए याद आते हैं, लेकिन गांधीवादी विचारधारा रखने वाले लोगों से इनको सख्त एलर्जी है। तभी सोनम वानचुंग जैसे गांधीवादी को यह सरकार बर्दाश्त नहीं कर सकती।
–आईएएनएस
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