नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस) भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी गति से आगे बढ़ रही है। इसका फायदा स्टार्टअप इकोसिस्टम को भी मिल रहा है। बीते हफ्ते भारतीय स्टार्टअप्स ने 20 डील के जरिए 395 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है। यह आंकड़ा इससे पहले 113 मिलियन डॉलर का था, जो 22 डील में जुटाए गए थे।
हॉस्पिटैलिटी और ट्रेवल-टेक कंपनी ओयो ने इस हफ्ते नेतृत्व किया है। सीरीज-जी राउंड के तहत इनक्रैंड वेल्थ, पेशेंट कैपिटल, जेएंडए पार्टनर, मैनकाइंड फार्मा के प्रमोटर्स और एएसके फाइनेंशियल होल्डिंग्स और अन्य निवेशकों से 1,457 करोड़ रुपये (175 मिलियन डॉलर) की राशि जुटाई गई है।
वहीं, वेल्थ और एसेट्स मैनेजमेंट फर्म नियो की ओर से 400 करोड़ रुपये (करीब 48 मिलियन डॉलर) की राशि सीरीज-बी राउंड के तहत एमयूएफजी बैंक और न्यूयॉर्क आधारित यूक्लिडियन कैपिटल एलएलसी एवं अन्य निवेशकों से जुटाए हैं।
ईवी फर्म एथर एनर्जी ने 71 मिलियन डॉलर की फंडिंग 1.3 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर जुटाई है, जो इस कंपनी को यूनिकॉर्न बना देती है। कंपनी को बीते तीन महीने में 125 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाने में सफलता मिली है।
जुलाई में सभी भारतीय स्टार्टअप ने मिलकर 1.03 अरब डॉलर की राशि जुटाई थे। इसमें से 28 डील ग्रोथ या लेट स्टेज की थी, जिसमें 725 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया गया था।
वहीं, 72 डील शुरुआती स्टेज की थी, इसमें 311.83 मिलियन डॉलर जुटाए गए थे। वहीं, 26 डील में जुटाई गई राशि का खुलासा नहीं किया गया। हालांकि, यह शुरुआती चरण की डील थी।
जुलाई में दो भारतीय स्टार्टअप को 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा की फंडिंग जुटाने में सफलता मिली थी। ई-कॉमर्स स्टार्टअप पर्पल और ऑटोमोटिव टेक स्टार्टअप रैपिडो दोनों में से हर एक ने 120 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया था।
2024 के पहले सात महीनों में भारतीय स्टार्टअप की ओर से कुल 8 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई जा चुकी है। 2023 में पूरे वर्ष के लिए यह आंकड़ा 11 अरब डॉलर और 2021 एवं 2022 में यह आंकड़ा 38 अरब डॉलर और 25 अरब डॉलर पर था।
–आईएएनएस
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