नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 24 में 18 प्रतिशत रही है और इसमें लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है, यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई।
बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट में बताया गया कि भारत का अमेरिका को निर्यात लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 24 में इसकी वैल्यू 77.5 अरब डॉलर थी। बीते 30 वर्षों से भारत द्वारा अमेरिका को निर्यात में 10.3 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से इजाफा हो रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2000 तक अमेरिका को होने वाले निर्यात की वृद्धि दर कुल एक्सपोर्ट की विकास दर से अधिक थी, लेकिन 2008 के वित्तीय संकट के बाद वित्त वर्ष10 तक यह धीमी रही। तब से अमेरिका को होने वाले निर्यात की वृद्धि दर कुल एक्सपोर्ट विकास दर से अधिक रही है, यह दिखाता है कि भारत के लिए अमेरिका एक अहम बाजार है।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 24 में भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत रही है और वित्त वर्ष 92 में यह 16.4 प्रतिशत थी। हालांकि, यह अभी भी वित्त वर्ष 2000 के उच्चतम स्तर 22.8 प्रतिशत से नीचे हैं।
इस रिपोर्ट में सलाह भी दी गई है कि भारत को निर्यात के लिए एक देश पर अधिक निर्भरता कम करनी चाहिए और निर्यात में विविधता पर जोर देना चाहिए।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि अमेरिका कई प्रमुख भारतीय उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बना हुआ है। वित्त वर्ष 2024 में अमेरिका को निर्यात की जाने वाली शीर्ष पांच वस्तुओं में दवाएं और फार्मास्यूटिकल्स, मोती और कीमती पत्थर, पेट्रो उत्पाद, दूरसंचार उपकरण और रेडीमेड गारमेंट्स शामिल थे, जिनका देश के कुल निर्यात में 40 प्रतिशत हिस्सा था।
अन्य बड़े निर्यातों में धागा, समुद्री उत्पाद और इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्यात को अन्य एशियाई देशों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
–आईएएनएस
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