नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)। रूस से भारत का कच्चे तेल का आयात सितंबर की तुलना में अक्टूबर में 4 प्रतिशत से अधिक गिर गया। एनर्जी कार्गो ट्रैकर वोर्टेक्सा द्वारा संकलित आंकड़ों से ये बात पता चली है।
भारत ने अक्टूबर में रूस से 1.55 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल का आयात किया, जो सितंबर में 1.62 मिलियन बीपीडी से कम है।
हालांकि, रूस भारत के लिए सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बना हुआ है, जिसका देश के कुल कच्चे तेल आयात में एक तिहाई से अधिक का योगदान है।
अक्टूबर में आयात में गिरावट की मुख्य वजह रूस द्वारा दी जा रही छूट में कमी है। इसके कारण कीमत रूसी तेल पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाई गई 60 डॉलर प्रति बैरल की सीमा से ऊपर बढ़ गई है। इसके चलते खरीददारों को भुगतान करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
हालांकि, जहां रूस से आयात कम हुआ है, वहीं भारत ने अक्टूबर में सऊदी अरब से कच्चे तेल की खरीद को पिछले महीने के 5,23,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) से बढ़ाकर 9,24,000 बैरल प्रति दिन कर दिया है।
यूक्रेन युद्ध के बाद रूस से भारत के कच्चे तेल के आयात में लगातार वृद्धि हुई और देश ने सऊदी अरब और इराक को पीछे छोड़ दिया, जो भारत के पहले दो शीर्ष आपूर्तिकर्ता थे।
भारत का कच्चे तेल का कुल आयात, जो अमेरिका और अफ्रीका से भी होता है, अक्टूबर में 4.56 मिलियन बीपीडी तक पहुंच गया।
–आईएएनएस
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