नई दिल्ली, 11 जनवरी (आईएएनएस)। भारत मंडपम में 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ कार्यक्रम के तहत युवाओं के विचारों को सुनेंगे। इस कार्यक्रम में देश भर से करीब तीन हजार युवा हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं।
केंद्र सरकार में युवा मामलों के मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को आईएएनएस को बताया कि रविवार को युवा बोलेंगे और पीएम मोदी सुनेंगे। 12 तारीख को राष्ट्रीय युवा दिवस इस बार विकसित भारत युवा नेता संवाद के रूप में मनाया जा रहा है। पिछले दो दिनों से देश भर से प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए 3,000 युवा विभिन्न विषयों पर मंथन कर रहे हैं कि उनके सपनों का भारत कैसा होना चाहिए। वे इस बात पर विचार कर रहे हैं कि वे पीएम मोदी के ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में कैसे योगदान दे सकते हैं, उनका विजन क्या है और अगले 25 साल में वे किस तरह के ‘विकसित भारत’ में रहना चाहते हैं। इसलिए, इस संदर्भ में युवा 10 वर्टिकल में अपने विचार पीएम मोदी के सामने रखेंगे, जो उन्हें सुनेंगे और बाद में उनके साथ संवाद करेंगे।”
युवा प्रधानमंत्री को बताएंगे कि वे 2047 में खेलों को किस रूप में देखते हैं और इसके लिए क्या रास्ता होना चाहिए। युवा इस दृष्टिकोण को भी तलाश रहे हैं। एक प्रमुख विषय यह है कि ‘विकसित भारत’ के निर्माण में युवाओं की भागीदारी कैसे सुनिश्चित की जाए। आज जो युवा 29 वर्ष से कम आयु के हैं, वे 2047 तक 50 वर्ष से अधिक आयु के हो जाएंगे। वे ‘विकसित भारत’ में कैसे रहेंगे, इस संबंध में विचार पीएम मोदी के सामने रखेंगे।
युवा मामलों की राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि विकसित भारत में युवाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि जब हम 2047 की बात करते हैं तो हम देख सकते हैं कि विकसित भारत का निर्माण युवाओं के माध्यम से ही होगा। आज के युवा विकसित भारत को लेकर बहुत उत्साहित हैं। वे विकसित भारत के लिए बहुत तैयारी, अपने विजन और विचारों के साथ आए हैं। मेरा मानना है कि उन्हें अपने विचारों को प्रदर्शित करने के लिए आदर्श मंच मिल गया है।
–आईएएनएस
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