बीजिंग, 8 जून (आईएएनएस)। भारत में विदेशी माध्यमिक विद्यालय के छात्रों के लिए 16वीं चीनी पुल चीनी प्रतियोगिता फाइनल हाल ही में भारत स्थित चीनी दूतावास में सफलतापूर्वक आयोजित हुआ। दिल्ली टैगोर इंटरनेशनल स्कूल, कोलकाता में कन्फ्यूशियस क्लासरूम सहित भारतीय माध्यमिक विद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रभारी, शिक्षकों और छात्रों के प्रतिनिधियों समेत 60 से अधिक लोग प्रतियोगिता स्थल में जमा हुए।
भारत में चीनी दूतासाव के उप-राजदूत श्ये श्याओवू ने इस गतिविधि में भाग लिया और भाषण दिया। उन्होंने कहा कि चीनी पुल चीनी प्रतियोगिता चीनी सीखने वाले भारतीय किशोरों को प्रदर्शित करने और संवाद करने के लिए एक अवसर और मंच प्रदान करती है, और चीनी भाषा एवं चीनी संस्कृति की उनकी समझ को बढ़ावा देती है और गहराती है। चीन और भारत दोनों प्राचीन सभ्यताओं वाले देश हैं, और वे दुनिया में सबसे अधिक युवा लोगों वाले देश भी हैं। चीनी भाषा सीखने और अच्छी तरह से चीनी सीखने का अर्थ है कि इससे अधिक चीनी और भारतीय किशोरों को दोस्त बनाने, दोस्ती करने और एक दूसरे के साथ संवाद करने का अवसर मिल सकता है। उन्होंने सभी को सेतु के रूप में भाषा का उपयोग कर चीनी सभ्यता को बेहतर ढंग से समझने, चीन को बेहतर तरीके से समझने, चीन का परिचय देने और चीन-भारत मानविकी आदान-प्रदान व सहयोग के दूत बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रतियोगिता में प्रारंभिक परीक्षा के माध्यम से चुने गए सात फाइनलिस्ट ने चीनी प्रतिभाओं को विभिन्न रूपों और आकर्षण से भरपूर प्रस्तुत किया, जैसे खोंगचू (डायबोलो), इंक पेंटिंग, मार्शल आर्ट, चीनी गाने इत्यादि। भाषणों के दौरान, प्रतियोगियों ने चीनी से परिचित होने, चीनी भाषा और चीनी संस्कृति सीखने के अपने प्यार और अनुभव को साझा किया। साथ ही, उन्होंने चीनी और भारतीय सांस्कृतिक दूतों के रूप में सेवा करने की इच्छा भी व्यक्त की।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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