deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Uncategorized

भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 27 साल से धरने पर बैठा है शख्स

by
February 27, 2023
in Uncategorized, राष्ट्रीय
0
भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 27 साल से धरने पर बैठा है शख्स
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

READ ALSO

UP: बड़ा रेल हादसा टला, लोको पायलट की सतर्कता से सैकड़ों यात्रियों की जान बची, ट्रैक पर रखे गए थे लोहे और सीमेंट के पाइप

पूर्वोत्तर भारत में मूसलाधार बारिश का कहर: अब तक 25 की मौत, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

ADVERTISEMENT

मुजफ्फरनगर, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं।

विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।

सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।

उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।

राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।

अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।

उनका मौन आंदोलन जारी है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

Related Posts

UP रेल हादसा टला, ट्रैक पर लोहे सीमेंट के पाइप
ताज़ा समाचार

UP: बड़ा रेल हादसा टला, लोको पायलट की सतर्कता से सैकड़ों यात्रियों की जान बची, ट्रैक पर रखे गए थे लोहे और सीमेंट के पाइप

June 1, 2025
पूर्वोत्तर भारत में मूसलाधार बारिश
ताज़ा समाचार

पूर्वोत्तर भारत में मूसलाधार बारिश का कहर: अब तक 25 की मौत, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही

June 1, 2025
हिमाचल सड़क हादसा, पुल से गिरी गाड़ी, पांच लोगों की मौत
ताज़ा समाचार

हिमाचल में बड़ा सड़क हादसा: पुल से गिरी गाड़ी, पांच लोगों की मौत

June 1, 2025
राष्ट्रीय

तेजप्रताप, तेजस्वी और लालू प्रसाद यादव जल्द ही एक हो जाएंगे : ललन पासवान

June 1, 2025
राष्ट्रीय

धौलपुर में प्री-डीएलएड परीक्षा 2025 शुरू

June 1, 2025
राष्ट्रीय

आतंकी खतरे पर धार्मिक उत्साह भारी, कश्मीर में माता खीर भवानी मेले में लगा श्रद्धालुओं का तांता

June 1, 2025
Next Post
राष्ट्रपति मुर्मू राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव का करेंगी उद्घाटन

राष्ट्रपति मुर्मू राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव का करेंगी उद्घाटन

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

083156
Total views : 5884405
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In