इंफाल, 16 जून (आईएएनएस)। इंफाल पैलेस मैदान के पास शुक्रवार शाम को भीड़ ने एक गोदाम में आग लगा दी। जब मणिपुर की रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के कर्मियों ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया तो वह उनसे भिड़ गए। किया तो
पुलिस ने कहा, आरएएफ कर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, क्योंकि भीड़ ने गोदाम के अलावा आसपास की अन्य निजी संपत्तियों को जलाने की कोशिश कर रही थी।
दमकल और आरएएफ के जवानों ने इलाके में पहुंचकर गोदाम में लगी आग पर काबू पाया और आग की लपटों को आसपास के घरों में फैलने से रोका।
इस बीच, इंफाल-दीमापुर राष्ट्रीय राजमार्ग (नागालैंड के रास्ते) और अन्य राजमार्गों के अवरुद्ध होने के कारण मणिपुर के कई जिलों में जीवन रक्षक दवाओं, खाद्यान्न, परिवहन ईंधन, शिशु आहार और अधिकारियों व सुरक्षा बलों की आवाजाही सहित विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
युवाओं और महिला निकायों सहित विभिन्न संगठनों ने दूसरे समुदाय पर आरोप लगाते हुए राजमार्गों और मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। इंफाल-जिरिबाम (दक्षिणी असम) के माध्यम से पिछले एक सप्ताह के दौरान आवश्यक सामान ले जाने वाले 4,000 से अधिक ट्रक मणिपुर के विभिन्न जिलों में पहुंचे, जो अभी तक खुला एकमात्र राजमार्ग है।
घाटी और पहाड़ी जिलों दोनों में कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सड़कों को अवरुद्ध करना, सुरक्षाबलों के लिए किसी भी घटना के तुरंत बाद घटना स्थल पर पहुंचा या हिंसक संभावित क्षेत्रों में भाग लेने के लिए एक नई चुनौती बन गया है।
एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि नाकाबंदी और पुलों को नुकसान के कारण सुरक्षाबलों को अपनी पीठ पर भारी उपकरणों के साथ पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ा। अधिकारी ने कहा, इससे सुरक्षाकर्मियों की आवाजाही में देरी होती है, जिससे बदमाश लोगों या संपत्तियों पर हमला करने के बाद भाग जाते हैं।
–आईएएनएस
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