इम्फाल, 8 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय सेना के एक सेवारत जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) का शुक्रवार को मणिपुर के थौबल जिले में उनके घर से ‘अज्ञात तत्वों’ द्वारा अपहरण किए जाने के कुछ घंटों बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें छुड़ा लिया।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि थौबल जिले के चरंगपत ममांग लेइकाई के निवासी नायब सूबेदार कोनसम खेड़ा सिंह का शुक्रवार सुबह उनके घर से अपहरण कर लिया गया था। वह यहाँ छुट्टी पर आए हुए थे।
सेना की टुकड़ियों ने अन्य सुरक्षा बलों के साथ तुरंत एक समन्वित संयुक्त खोज अभियान शुरू किया, जिसके कारण शुक्रवार शाम को जेसीओ को छुड़ा लिया गया।
जेसीओ फिलहाल थौबल जिले के वाइखोंग थाने में हैं।
हालाँकि अपहरण का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं है, मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि यह जबरन वसूली का प्रयास था। उनके परिवार को पहले भी ऐसी धमकियाँ मिल चुकी हैं।
समन्वित तलाशी अभियान के अलावा, जेसीओ का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-102 (इम्फाल-मोरे) पर चलने वाले सभी वाहनों की जाँच की गई।
मामले में आगे की जांच चल रही है।
पिछले साल मई में मणिपुर में जातीय हिंसा फैलने के बाद से, सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों को – चाहे वे छुट्टी पर हों या ड्यूटी पर – या उनके रिश्तेदारों को नापाक इरादों से निशाना बनाया गया है।
इम्फाल में 27 फरवरी को मोइरांगथेम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशंस) अमित सिंह के घर पर हमला किया गया था। हमलावरों ने उनका भी अपहरण कर लिया और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के अलावा हवाई फायरिंग कर उनके परिवार के सदस्यों को डरा दिया।
बाद में सुरक्षा बलों के समय पर हस्तक्षेप के कारण अधिकारी को छुड़ा लिया गया।
–आईएएनएस
एकेजे/