नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव के लंबे प्रभाव के बारे में चिंताओं के कारण निवेशकों के निकट अवधि में सतर्क रहने की संभावना है। ये बात जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कही है।
उन्होंने कहा, हमें लगता है कि अस्थिरता बनी रहेगी, हालांकि लंबी अवधि के निवेशकों को वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के नतीजे, आय अनुमान और त्योहारों के चलते बढ़ी मांग के माहौल के कारण निवेश के अवसर मिलेंगे।
फेड की ब्याज दर के लिए भारतीय बाजार अमेरिकी जीडीपी डेटा की सतर्कता से निगरानी करेगा। उन्होंने कहा, इसके अलावा, जैसे-जैसे कमाई का मौसम गति पकड़ेगा, निवेशकों के सेंटीमेंट्स कॉर्पोरेट प्रबंधन टिप्पणी और बॉटम-अप निवेश दृष्टिकोण से आकार लेंगे।
मध्य पूर्व के तनाव और बढ़ी हुई अमेरिकी बांड यील्ड ने इस हफ्ते बाजार को नरम रखा। कमाई के मौसम की कमजोर शुरुआत, आईटी क्षेत्र से निराशा और बैंकों के मिश्रित नतीजों ने निवेशकों को मुनाफावसूली करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एफआईआई ने धन निकालना जारी रखा क्योंकि यूएस फेड चेयर ने मौद्रिक नीति को जारी रखने और ब्याज दर को ऊंचा रखने की अनिवार्यता पर जोर दिया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि सोमवार को बैंकिंग सेक्टर फोकस में रहेगा। निवेशक आईसीआईसीआई और कोटक बैंक के दूसरी तिमाही के नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे। अगले सप्ताह घोषित होने वाले प्रमुख नतीजों में एक्सिस बैंक, टेकएम, मारुति, बजाज फिनसर्व, एसबीआई लाइफ और डॉ रेड्डीज शामिल होंगे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी ने कहा कि निफ्टी का अल्पकालिक रुझान नेगेटिव बना हुआ है। 19,480 के समर्थन से नीचे की गिरावट निफ्टी को निकट अवधि में 19,350 के स्तर के एक और महत्वपूर्ण समर्थन की ओर खींच सकती है। तत्काल प्रतिरोध 19,650 के स्तर के आसपास रखा गया है।
–आईएएनएस
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