भोपाल, 6 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र सिंह तोमर के कथित वायरल वीडियो में उन्हें करोड़ों रुपये की रिश्वत के लेन-देन पर चर्चा करते हुए देखा गया, जिससे मध्य प्रदेश में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। राज्य में 7 नवंबर को मतदान होना है।
वीडियो में देवेंद्र को एक व्यक्ति के साथ वीडियो कॉल पर बात करते हुए देखा जा सकता है, जो एक अज्ञात व्यक्ति से करोड़ों रुपये ट्रांसफर करने की मांग कर रहा है। बातचीत में लेनदेन के लिए पांच अलग-अलग खातों का जिक्र किया गया है।
वीडियो में कथित तौर पर देवेंद्र को 100 करोड़ रुपये, 18 करोड़ रुपये और 21 करोड़ रुपये के अलग-अलग लेनदेन के संबंध में एक व्यक्ति के साथ वीडियो कॉल पर बातचीत करते हुए देखा गया है।
हालांकि राज्य पुलिस या चुनाव आयोग (ईसी) ने अभी तक वीडियो की प्रामाणिकता के संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन विपक्षी कांग्रेस ने इस मामले को लेकर नरेंद्र सिंह तोमर और सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा है।
यह वीडियो विधानसभा चुनाव से ठीक दो हफ्ते पहले सामने आया है। वरिष्ठ भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना जिले में अपने गृह क्षेत्र धिमिनी से चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस ने इस मामले में चुनाव आयोग, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से देवेंद्र की गिरफ्तारी और तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ”कांग्रेस ने काले धन और हवाला धन की संलिप्तता पर चिंता जताई है, लेकिन यह वीडियो चौंकाने वाला है। कांग्रेस इस मामले की जांच की मांग करती है। साथ ही जांच पूरी होने तक नरेंद्र सिंह तोमर को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार पर प्रहार का राग अलापते रहते हैं, लेकिन उनकी नाक के नीचे ही ऐसे कृत्य हो रहे हैं। इसलिए, यह खुलासा करना जरूरी है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य मंत्रियों के संबंध किस हद तक हैं।”
इस बीच, वीडियो वायरल होने के बाद केंद्रीय मंत्री के बेटे ने इसे ‘फर्जी’ और उनके पिता की छवि खराब करने की साजिश करार देते हुए मुरैना के एक स्थानीय पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने सोशल मीडिया से वीडियो हटाने और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधानों के तहत संबंधित यूआरएल को ब्लॉक करने की भी मांग की है।
देवेंद्र ने अपनी शिकायत में कहा है, ”मेरे संज्ञान में एक वायरल वीडियो आया है, जिसमें मेरे द्वारा कथित तौर पर करोड़ों रुपये के लेन-देन के बारे में गलत सूचना फैलाई जा रही है। वायरल वीडियो मेरे खिलाफ नकारात्मक माहौल बना रहा है।”
“वीडियो मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है। मेरे बैंक खाते में या मेरे परिवार के किसी भी सदस्य या उनसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के खाते में ऐसी कोई राशि नहीं आई है। यह (वीडियो) ) पूरी तरह से फर्जी और मनगढ़ंत है। कृपया साजिश की जांच करें और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करें।”
मुरैना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अरविंद ठाकुर ने पुष्टि की कि देवेंद्र सिंह से प्राप्त लिखित शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच चल रही है।
–आईएएनएस
एसजीके