भोपाल, 26 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है और नदी नालों से लेकर जल स्रोत का जलस्तर बढ़ रहा है। यही कारण है कि कई बांधों से पानी की निकासी करने के लिए गेट खोल दिये गये हैं। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
राज्य में हो रही भारी बारिश ने जल स्रोतों को लबालब कर दिया है। राज्य के अधिकांश बांध अपनी क्षमता के करीब भरे हुए हैं तो वहीं कई बांधों का जलस्तर काफी ज्यादा हो गया है। यही कारण है कि गेट खोलने पड़े हैं। इंदिरा सागर परियोजना से जल निकास के लिए 12 गेट खोलने पड़े हैं तो वही राजधानी के भदभदा डैम का एक और कालिया सोत डैम के दो गेट खोले गए हैं। इनसे जल निकासी की जा रही है। दूसरी ओर नदी और नालों का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है।
राज्य में रविवार को भी भारी बारिश हुई। इस भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। भोपाल के भदभदा डैम और कलियासोत के गेट खोल करके जल निकासी करना पड़ी थी।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में मालवा निमाड़ के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अलीराजपुर, धार, झाबुआ में भारी बारिश हो सकती है। बड़वानी, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, मंदसौर, भिंड, मुरैना, मऊगंज, सीधी, पन्ना, सिंगरौली और छतरपुर में भी बारिश होने की संभावना है।
राज्य में लगातार बारिश से जहां एक तरफ फसलों को नुकसान हुआ है, वहीं कई हिस्सों के लिए यह बारिश वरदान बनी है। इस बार राज्य में मानसूनी बारिश ठीक-ठाक रही है और कई इलाकों में औसत को भी पार कर गई है।
इतना ही नहीं भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर हादसे भी हुए हैं। रीवा में दीवार गिरने से चार बच्चों की मौत हो गई थी, सागर में दीवार गिरी तो नौ बच्चे काल के गाल में समा गये थे। यही कारण है कि राज्य सरकार ने जर्जर इमारतों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। इन इमारतों को गिराया भी जा रहा है और चिह्नित की गई इमारत को आगे गिराया भी जाएगा।
–आईएएनएस
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