भोपाल, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट की साल की अंतिम बैठक गुरुवार को हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी सिंहस्थ को ध्यान में रखकर उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर 29 किलोमीटर लंबा घाट बनाया जाएगा, जिस पर दो करोड़ लोग स्नान कर सकेंगे।
कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में क्षिप्रा नदी के तट पर 778 करोड़ रुपये की लागत से घाट बनाए जाने का निर्णय हुआ। यह घाट 29 किलोमीटर लंबा होगा। इस घाट पर दो करोड़ लोग स्नान कर सकेंगे।
पूरी कैबिनेट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया कि केन-बेतवा लिंक परियोजना और कालीसिंध पार्वती चंबल योजना से मध्य प्रदेश का सिंचाई रकबा बढ़ेगा। इन परियोजनाओं में 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 10 फीसदी हिस्सा राज्य सरकार का रहेगा। यह बड़ी मदद राज्य सरकारों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है।
स्वतंत्रता के बाद यह सबसे बड़ी सिंचाई योजना है, जिससे किसानों को लाभ होगा। राज्य सरकार ने यह भी तय किया है कि शत-प्रतिशत क्षेत्र सिंचित कैसे हो उस पर योजना बनाई जाए और उसे आने वाले समय में पूर्ण कैसे किया जाए, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
स्वतंत्रता के बाद यह सबसे बड़ी सिंचाई योजना है जिससे किसानों को लाभ होगा। राज्य सरकार ने यह भी तय किया है कि शत प्रतिशत क्षेत्र सिंचित कैसे हो उस पर योजना बनाई जाए और उसे आने वाले समय में पूर्ण कैसे किया जाए इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
ग्रामीण समस्याओं के निराकरण के लिए अटल ग्रामीण सेवा सदन की शुरुआत हो रही है। इसके साथ ही राज्य में जन कल्याण शिविरों का आयोजन किया गया जिनमें 70 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण किया गया। सबसे ज्यादा आवेदन उज्जैन में आए। कैबिनेट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इसलिए भी धन्यवाद दिया है कि उन्होंने वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की है।
–आईएएनएस
एसएनपी/एकेजे