मुंबई, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल पर शनिवार को हुए स्याही हमले से खुद को दूर करते हुए राज्य की विपक्षी महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि भाजपा नेता ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, हम उस घटना का समर्थन नहीं करते। लेकिन घटना के बाद 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और इसे कवर करने वाले एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है। क्या पत्रकार पर इस तरह की पाबंदियां लगाना जरूरी था?
यहां तक कि शिवसेना-यूबीटी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं ने भी इस घटना पर आपत्ति जताई है। शनिवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित कई भाजपा नेताओं ने भी निंदा की थी।
पटोले ने कहा, पाटिल ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है और उन्हें इलाज की जरूरत है। उन्होंने इस घटना के बाद तेज प्रतिशोधपूर्ण कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा।
पटोले ने कहा, उनके व्यवहार को देखकर लगता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। हम उनके बारे में चिंतित हैं, उन्हें प्राथमिकता पर एक अच्छे डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान गणेश पाटिल और अन्य महान भाजपा नेताओं को सद्बुद्धि दें।
हालांकि, पटोले ने कहा कि भाजपा ने पाटिल और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में इतनी तेज नहीं दिखाई, जितनी विपक्ष पर कार्रवाई के समय दिखाती है। इसके के अलावा, कई राजनेता छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर, महात्मा ज्योतिबा फुले आदि सहित राज्य के महान प्रतीकों का बार-बार अपमान कर रहे हैं, लेकिन सरकार चुप्पी साध लेती है।
पाटिल ने पुणे में स्याही हमले के बाद शनिवार के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस विभाग ने जो भी कार्रवाई की है, वह सही है।
राकांपा नेता छगन भुजबल ने भी पाटिल पर तंज कसते हुए कहा कि स्याही लगने से कभी किसी की मौत नहीं होती, जिस पर पाटिल ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर यह (स्याही) उनकी आंखों में चली गई होती, तो उन्हें कैंसर हो सकता था।
शिवसेना-यूबीटी सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने भी राज्य की महान हस्तियों पर टिप्पणी के लिए पाटिल की आलोचना की और कहा कि ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं किया जा सकता।
–आईएएनएस
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