मुंबई, 26 नवंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार के सरकारी निवास देवगिरी में सुबह-सुबह भारी संख्या में कार्यकर्ता और नेता मिलने पहुंचे हैं।
कार्यकर्ताओं ने अजित पवार को बैलगाड़ी और संत तुकाराम महाराज की मूर्ति भेंट की। बैलगाड़ी महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों की पहचान है और यह राज्य की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था का प्रतीक माना जाता है। वहीं संत तुकाराम महाराज संत परंपरा और धार्मिक आस्था के केंद्र के तौर पर माने जाते है।
अजित पवार ने रविवार को अपने आवास पर नवनिर्वाचित एनसीपी विधायकों के साथ बैठक की, जहां उन्होंने फडणवीस के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
एनसीपी के सूत्रों की मानें तो अगर फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना जाता है और मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया जाता है तो एनसीपी उन्हें अपना समर्थन देगी। वहीं दूसरी तरफ शिवसेना नेताओं ने तर्क दिया कि राज्य विधानसभा चुनाव निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था, ऐसे में महायुति की सफलता में उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर फैसला पीएम मोदी और भाजपा का संसदीय बोर्ड करेगा। भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले बीते सोमवार को नागपुर में देवेंद्र फडणवीस को अगला सीएम बनाए जाने के पोस्टर लगे हैं।
उनके घर के पास लगे एक होर्डिंग में लिखा था, ‘देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे।’
इससे पहले भी बारामती में कुछ पोस्टर्स लगे थे, जिसमें प्रदेश के अगले सीएम के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अजित पवार को दिखाया गया था। अलग-अलग जगह लगे इन पोस्टर में लिखा गया था कि अजित पवार का लगातार आठवीं बार विधायक चुनकर आने के लिए अभिनंदन। बड़ी जीत दर्ज करने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष अजित पवार को विधानसभा में पार्टी का नेता चुना।
महायुति में भाजपा ने जहां 132 सीटें जीती है, वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ रही शिवसेना ने 55 सीटें और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की।
–आईएएनएस
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