मुंबई, 8 मार्च (आईएएनएस)। दिसंबर 2022 तक महाराष्ट्र में कुल 2.56 करोड़ राशन-कार्ड धारक हैं, जिनमें 1.71 करोड़ केसरिया, 62.60 लाख पीले और बाकी 22.21 लाख सफेद राशन कार्ड धारक हैं।
चालू वित्त वर्ष के दौरान, दिसंबर 2022 तक, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कवर किए गए कुल पात्र 1.54 करोड़ राशन काडरें में से 99.9 प्रतिशत की आधार सीडिंग पूरी हो चुकी है।
सूखाग्रस्त 14 जिलों के गरीबी रेखा से ऊपर के किसानों के कुल पात्र 8.66 लाख राशन काडरें में से 99.9 प्रतिशत को आधार से जोड़ा जा चुका है।
2022-2023 में, दिवाली 2022 में विभिन्न श्रेणियों के राशन कार्ड धारकों को अंत्योदय अन्न योजना के तहत सूजी, चना दाल, चीनी और ताड़ के तेल में से प्रत्येक में 100 रुपये की राशन किट वितरित की गई।
सरकार ने खाद्यान्न के वितरण के लिए 2,532 राशन दुकानों (उचित मूल्य की दुकानों) पर ईप्वाइंट ऑफ सेल (ईपीओएस) उपकरण स्थापित किए हैं और दिसंबर 2022 तक 1.62 करोड़ परिवारों ने आधार-आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के साथ राशन का लाभ उठाया।
नवंबर 2022 तक, राज्य में कुल 1,543 शिवभोजन थाली केंद्रों ने काम किया और लगभग 12.22 करोड़ शिवभोजन थाली गरीबों और जरूरतमंदों को भारी रियायती दरों पर वितरित की गईं।
एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत से दिसंबर 2022 तक राज्य के 39 हजार कार्डधारियों ने दूसरे राज्यों से खाद्यान्न उठाया जबकि अन्य राज्यों के 2.13 लाख कार्डधारकों ने महाराष्ट्र से खाद्यान्न लिया।
–आईएएनएस
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