नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने शहर में लगे 150 सीसीटीवी कैमरों की मदद से कुख्यात ठक-ठक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि गिरोह के सदस्य वाहन चालकों का ध्यान भटकाने के लिए कुछ गड़बड़ी की शिकायतें कर उन्हें लूटते थे।
आरोपियों की पहचान मदनगीर निवासी 22 वर्षीय विशाल और इंद्रपुरी निवासी 28 वर्षीय करन के रूप में हुई है। विशाल इससे पहले इसी तरह के चार मामलों में शामिल रहा है। दक्षिण दिल्ली के डीसीपी चंदन चौधरी ने कहा कि 6 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के मेरठ की एक महिला ने शिकायत की कि वह गाजियाबाद जा रही थी, जब जेएलएन स्टेडियम के पास बारापुला फ्लाईओवर पर बाइक सवार दो लोगों ने बताया कि उसकी कार का टायर पंचर हो गया।
जब वह टायर की जांच करने के लिए अपनी कार से बाहर निकली, तो दोनों कार से उसका पर्स, कुछ आभूषण और दस्तावेज लेकर फरार हो गए। उन्होंने कहा कि तभी लोधी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस टीम ने कथित घटना के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए और मामले की जांच शुरू की। टीम ने बारापुला फ्लाईओवर से सफदरजंग अस्पताल, धौला कुआं, नरैना, राजा गार्डन से पंजाबी बाग तक के रिवर्स रूट के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए। इसके जरिए आरोपियों के आने-जाने के रास्ते चिन्हित किए गए।
आरोपियों के बारे में कोई सुराग जानने के लिए टीम ने 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की। टीम को प्रयासों का परिणाम तब मिला जब सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी निगरानी की मदद से आरोपियों का पता लगाया गया और अपराध स्थल से लगभग 21 किलोमीटर दूर इंद्रपुरी के पास उनकी पहचान की गई। इसके बाद दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी पहचान विशाल और करन के रूप में हुई।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे सफदरजंग अस्पताल के पास थे जब उन्होंने महिला को देखा। उन्होंने अस्पताल के सामने उनकी कार के टायर को पंचर कर दिया था और जेएलएन स्टेडियम तक वाहन का पीछा किया। जब महिला टायर की जांच के लिए बाहर आई तो दोनों ने वाहन से सामान चुराकर फरार हो गए थे।
–आईएएनएस
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