नई दिल्ली, 29 मार्च (आईएएनएस)। एनआईए ने शुक्रवार को युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और प्रतिबंधित संगठन, सीपीआई (माओवादी) को समर्थन देने से संबंधित साजिश मामले में आठवें आरोपी के खिलाफ विशाखापट्टनम की एक विशेष अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की।
आरोपी की पहचान रामक्कागिरी चंद्र के रूप में हुई है। एजेंसी ने आरोपी पर अपनी पहली सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आईपीसी, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”आरोपी सीपीआई (माओवादी) के प्रमुख संगठन प्रगतिशील कार्मिक समाख्या (पीकेएस) की राज्य समिति का सदस्य था।”
अधिकारी ने कहा, “रामक्कागिरी चंद्र के पास सीपीआई (माओवादी) द्वारा उपलब्ध कराई गई एक पिस्तौल और गोला-बारूद मिला।”
अधिकारियों के अनुसार, एनआईए की जांच से पता चला कि चंद्र ने प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए सीपीआई (माओवादी) के अंडरग्राउंड लीडर्स के साथ साजिश रची थी।
अधिकारी ने कहा, “सीपीआई (माओवादी) कैडरों द्वारा रची गई बड़ी साजिश के तहत, चंद्र ने आंध्र प्रदेश के कुटीगल्ला गांव में मारे गए माओवादी नेता एस.ए रऊफ की एक प्रतिमा भी बनवाई थी।”
मई 2021 में, एनआईए ने मामले में अपनी पहली चार्जशीट दायर की थी, जिसे मुंचिंगपुट साजिश मामले के रूप में जाना जाता है। इसमें सात लोगों को आरोपी बनाया गया था।
–आईएएनएस
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