अनूपपुर, देशबन्धु. थाना करनपठार के चौकी सरई अंतर्गत ग्राम पड़मनिया में 1 जनवरी को पुरानी रंजिश को लेकर 5 लोगो ने लाठी-डंडे से मारपीट से गंभीर घायल हुए हत्या अशोक सिंह निवासी ग्राम कुई को परिजनों द्वारा मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती कराया गया, जहां 3 जनवरी को उपचार के दौरान उसकी मौत हो जाने के कारण सरई पुलिस ने नाथू सिंह पिता मेर सिंह, संजय सिंह पिता घनश्याम सिंह, कालू पिता मनी सिंह, डीलन पिता मनी सिंह, रमेश पिता उदय सिंह सभी निवासी पड़मनिया के खिलाफ धारा 103(1) 3 (5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उन्हे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया.
मामले की जानकारी देते हुए सरई चौकी प्रभारी मंगला प्रसाद दुबे ने बताया कि सरोज बाई गोड़ पति कुंवर सिंह गोड़ उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम पडमनिया ने शिकायत दर्ज कराई कि 29 दिसम्बर रविवार को ग्राम कुई से अपने भाई अशोक सिंह गोड़ को कुटकी कोदो की गहाई में मदद करने के लिये अपने घर ग्राम पड़मनिया बुलाई थी, जिसेक बाद मेरा भाई अशोक सिंह सोमवार एवं मंगलवार को मेरे पति कुंवर सिंह के साथ गहाई में मदद किया था तथा 1 जनवरी को नया वर्ष व बुधवार को साप्ताहिक बाजार में मेरे पति तथा पूरा परिवार मिलकर चाट फूल्की का ठेला लगाये थे जिसमें भाई अशोक सिंह आकर मदद करता था. जिससे मेरे गांव के नाथू सिंह, संजय सिंह, कालू सिंह, डीलन सिंह, रमेश सिंह मेरे भाई अशोक सिंह से रंजिश रखते थे.
1 जनवरी को पड़मनिया बाजार में मेरे पति कुंवर सिंह मै तथा मेरे लडका बाबू सिंह चाट फूलकी का ठेला लगाकर ग्राहको को खिला रहा थे, तभी शाम लगभग 4 से 5 बजे मेरे भाई मृतक अशोक मेरे दुकान में आ रहा था, जो पशु अस्पताल के पास मेरे भाई के साथ नाथू सिंह तथा संजय सिंह ने लाठी से मारपीट करने लगे और कुछ देर बाद कालू सिंह, डीलन सिंह, रमेश सिंह भी बाजार तरफ से हाथ में लाठी लेकर दौडते आये तथा सभी लोग मिलकर मेरे भाई से मारपीट करने लगे तब मेरा भाई अपनी जांन बचाकर मेरे पति की दुकान की तरफ भागा, जहां मेरे पति कुंवर सिंह, लडका बाबू सिंह तथा गांव का शनि सिंह बीच बचाव करने लगे, लेकिन उसके बावजूद उन्होने मेरे भाई अशोक सिंह के साथ लाठी-डंडे से जमकर मारपीट किए, जिससे मेरा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया. फिर मै अपने भाई मृतक अशोक को अपने घर ले गई थी.
2 जनवरी को अचानक से मेरा भाई बेहोश हो गया, जिसके बाद सरपंच पति राम चंद्र को बता कर अपने पति कुंवर सिंह के साथ उसे जिला अस्पताल शहडोल में भर्ती कराई, जहां ईलाज के दौरान जिला अस्पताल शहडोल में उसकी मौत हो गई. जहां शिकायत पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते उन्हे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया.