लखनऊ, 24 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा का आयोजन पलिया मैदान में किया गया है जिसमें 50 से 75 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद जताई जा रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की यह रैली अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ के सफल आयोजन के बाद हो रही है। भाजपा की कोशिश इस विधानसभा सीट पर कमल खिलाने की है। इस सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उपचुनाव मैदान से दूर है। भाजपा और सपा दोनों ने इस क्षेत्र में दलितों की प्रमुख उपजाति पासी समाज के नेता को उम्मीदवार बनाया है।
मिल्कीपुर आरक्षित विधानसभा सीट है, जहां 3.58 लाख मतदाताओं में से 1.40 लाख दलित हैं। दलित मतदाताओं में से करीब 50,000 पासी समुदाय से हैं, जबकि कोरी और जाटव का अच्छा-खासा वोट बैंक है। इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 50,000 ओबीसी, 60,000 ब्राह्मण, 50,000 यादव, 30,000 मुस्लिम और 25,000 राजपूत मतदाता हैं। नामांकन पत्र वापस लेने की तिथि समाप्त होने के बाद मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए दस उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं।
इस सीट पर दलित वोट बैंक निर्णायक स्थिति में है, ऐसे में भाजपा और सपा दोनों ही दल बसपा की अनुपस्थिति में इस वोट बैंक को अपने पाले में लाने की जुगत में हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने भाजपा उम्मीदवार बाबा गोरखनाथ को 13,338 मतों से हराया था।
लोकसभा चुनाव 2024 में फैजाबाद सीट से अवधेश प्रसाद ने सपा के बैनर तले जीत का परचम लहराया था, जिसके बाद मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है, जबकि भाजपा ने चंद्रभानु पासवान पर दांव खेला है। बसपा ने उपचुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। ऐसे में बसपा का वोट किधर जाता है, इस पर भी सभी की नजरें रहेंगी।
आपको बता दें मिल्कीपुर में पांच फरवरी को मतदान होगा जबकि आठ फरवरी को नतीजे आएंगे।
–आईएएनएस
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