मुंबई, 4 जून (आईएएनएस)। मंगलवार को छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा से सटे छोटे से बगीचे से 4 फीट लंबे इंडियन स्पेक्टेकल कोबरा को रेस्क्यू किया गया।
वन्यजीव पशु संरक्षण एवं बचाव संघ के सचिव अतुल कांबले ने कहा, ”सुबह करीब 11.50 बजे हमें फोन पर सूचना मिली कि छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मूर्ति के आसपास एक बड़ा सांप देखा गया है, जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे।”
उन्होंने रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर रोशन शिंदे और स्थानीय पुलिस से भी संपर्क किया, जो ऑपरेशन के लिए वहां पहुंचे थे। जब काम्बले और अन्य लोग वहां पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि एक माली ने पौधों की देखभाल करते हुए उसे देखा।
इस घटना से डरे हुए माली ने इसकी सूचना अन्य लोगों को दी। जिसके बाद वन्यजीव पशु संरक्षण एवं बचाव संघ से संपर्क किया गया। वह बचाव दल के आने तक कोबरा पर नजर रखता रहा।
कांबले ने सचिन मोरे नामक एक पुलिस अधिकारी और अन्य लोगों के साथ मिलकर सावधानीपूर्वक सांप को बचाया। टीम ने उसे किसी भी तरह की चोट पहुंचाए बिना उसे सुरक्षित जगह पर छोड़ दिया।
यह पूछे जाने पर कि यह विषैला सांप भारी यातायात वाले भीड़ भरे इलाके में कैसे पहुंचा, इस पर कांबले ने कहा, ”आसपास मुंबई मेट्रो की खुदाई का काम चल रहा है और हो सकता है कि सांप अपने बिल से निकलकर बगीचे की ठंडी जगह में छिप गया हो, लेकिन सही समय पर देखकर उसे बचा लिया गया।”
इंडियन स्पेक्टेकल कोबरा भारतीय उपमहाद्वीप में रहने वाले सबसे विषैले सांपों में से एक है। यह सांप घने और खुले जंगलों, चट्टानी इलाकों, आर्द्रभूमि, खेतों और यहां तक कि मानव बस्तियों में भी पाया जाता है।
इस कोबरा के अंदर बेहद अधिक मात्रा में जहर होता है, जिसमें न्यूरोटॉक्सिक और साइटोटॉक्सिक होता है। अगर स्पेक्टेकल कोबरा किसी को काट ले तो उसकी जान भी जा सकती है। वहीं अगर व्यक्ति का उचित समय से इलाज न हो तो उसे लकवा भी मार सकता है।
ये कोबरा अपने शिकार की महज कुछ ही मिनटों में जान ले लेता है। भारत में स्नेक बाइट से होने वाली मौत की वजह भी स्पेक्टेकल कोबरा ही है।
-आईएएनएस
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