deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

मेरठ में घर में घुसा तेंदुआ, वन विभाग ने रेस्क्यू किया

by
April 13, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

READ ALSO

महाराष्ट्र में कोविड: स्वास्थ्य विभाग सतर्क, मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10 के पार

राजीव गांधी की पुण्यतिथि आज : पीएम मोदी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

ADVERTISEMENT

मेरठ, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में तेंदुआ के पहुंच जाने से दहशत फैल गई। कसेरूखेड़ा निवासी समीर के घर में तेंदुआ घुस गया, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। बाद में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह को एक घर में तेंदुआ घुसा था, जिसे शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद आठ घंटे की कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू किया गया।

मेरठ डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ), राजेश कुमार ने बताया कि जंगल से निकलकर एक तेंदुआ शनिवार की सुबह कसेरूखेड़ा रिहायशी इलाके में पहुंचकर शिकार की तलाश में एक घर में प्रवेश कर गया। इसे देखकर इलाके के लोग शोर मचाने लगे और दहशत में रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम कसेरुखेड़ा इलाके में पहुंची और आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर) किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर लिया गया।

डीएफओ ने बताया कि टीम ने पहले यह सुनिश्चित किया कि सभी लोगों को मकान से सुरक्षित निकाल लिया जाए और सभी प्रवेश और निकास बिंदु भी बंद कर दिए जाएं। इस दौरान तेंदुआ भी दहशत में दिखाई दे रहा था। आखिरकार, उन्होंने तेंदुए को एक खाली कमरे के अंदर एक कुर्सी के पीछे छिपे हुए पाया। उन्होंने तुरंत कमरे के प्रवेशद्वार को अवरुद्ध कर दिया, घर के चारों ओर जाल लगाया।

अनुमान लगाया गया है कि तेंदुआ नर है और उसकी उम्र करीब तीन से चार साल है। उसे सावधानी से एक जाल के पिंजरे में डाला गया। स्थानीय लोंगों का कहना है कि कसेरूखेड़ा क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8), वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया।

परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। डीएफओ ने कहा कि कई बार पर्याप्त खाने और आवास की कमी के कारण तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को भोजन और आश्रय की तलाश में मानव बस्तियों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यही स्थिति अक्सर मानव-तेंदुए के संघर्ष की ओर ले जाती है, जिसके मानव और वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक और क्रूर परिणाम होते हैं।

उन्होंने ने कहा कि कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्‍वस्‍थ है। संभावना जताई जा रही है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रिहायशी इलाके में पहुंच गया होगा।

–आईएएनएस

विमल कुमार/एसजीके

Related Posts

ताज़ा समाचार

महाराष्ट्र में कोविड: स्वास्थ्य विभाग सतर्क, मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10 के पार

May 21, 2025
ताज़ा समाचार

राजीव गांधी की पुण्यतिथि आज : पीएम मोदी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

May 21, 2025
ताज़ा समाचार

समुद्री आतंकवाद-लुटेरों पर भारत और संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जताई चिंता

May 21, 2025
ताज़ा समाचार

विदेश मंत्री जयशंकर ने की डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन से मुलाकात, पीएम मोदी का दिया संदेश

May 21, 2025
ताज़ा समाचार

टीएमसी पर जनता का दबाव, तभी सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक को भेजने का फैसला किया : दिलीप घोष

May 21, 2025
ताज़ा समाचार

सुष्मिता सेन की जीत को 31 साल पूरे, मिस यूनिवर्स बनने की सुनहरी यादें साझा

May 21, 2025
Next Post

कांग्रेस ने 16 उम्मीदवारों की नई सूची जारी की

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

अकाली दल ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने पर पंजाब के सीएम की निंदा की

अकाली दल ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने पर पंजाब के सीएम की निंदा की

May 27, 2023
तमिलनाडु के उद्योगपति करुमुत्तु टी. कन्नन का निधन

तमिलनाडु के उद्योगपति करुमुत्तु टी. कन्नन का निधन

May 23, 2023
टुकड़े-टुकड़े गिरोह का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी : प्रेम शुक्ल

टुकड़े-टुकड़े गिरोह का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी : प्रेम शुक्ल

September 9, 2024
बंगाल में कोविड के पांच नए मामले दर्ज

बंगाल में कोविड के पांच नए मामले दर्ज

December 27, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

082025
Total views : 5877579
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In