मुंबई, 16 मार्च (आईएएनएस)। महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने शनिवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ने की मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया और घोषणा की कि वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट के साथ बने रहेंगे।
एक्स पर अपनी पोस्ट में दानवे ने कहा, “एक शिवसैनिक हमेशा शिवसैनिक होता है। मैं कल, आज और कल भी शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हूँ। बाकी सब अफवाहें हैं!”
यह सब तब शुरू हुआ जब संभाजीनगर से एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने भविष्यवाणी की कि सोमवार को महाराष्ट्र में “राजनीतिक भूकंप” आएगा।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए संभाजीनगर निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना (यूबीटी) नेता और पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे के संभावित नामांकन के बारे में अपनी नाराजगी पर दानवे का स्पष्टीकरण आया।
दानवे ने खुलेआम खैरे पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया है।
दानवे ने कहा, “मैं पिछले 10 साल से लोकसभा चुनाव लड़ने में रुचि रखता हूँ। मैंने अपनी इच्छा छिपाई नहीं है। यहाँ तक कि पार्टी प्रमुख, जो यह जानते हैं, ने भी अभी तक किसी चेहरे की घोषणा नहीं की है। यह निर्णय लेने का समय है। मैंने एक इच्छा व्यक्त की है। अब देखते हैं कि पार्टी प्रमुख किसे नामांकित करते हैं। अगर कोई एकतरफा कार्रवाई कर रहा है तो उद्धव ठाकरे को नोटिस लेना चाहिए। चंद्रकांत खैरे हमेशा मुझे चिढ़ाते रहते हैं, यह आज की बात नहीं है। मैं चंद्रकांत खैरे के लिए पार्टी का काम नहीं कर रहा हूँ, मैं उद्धव ठाकरे के लिए काम कर रहा हूँ। लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं, इससे मुझे कोई लेना-देना नहीं है।”
उन्होंने कहा कि उनकी माँ ने उन्हें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को न छोड़ने की सख्त चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा, “मैं चुनाव के लिए पार्टी को धोखा नहीं दूँगा। मैं एकनाथ शिंदे के साथ नहीं जाऊँगा। मैं शिव सेना में हूँ। शिव सेना हमारी है। मीडिया को खबर चाहिए इसलिए ये चर्चाएँ हो रही हैं। मेरी माँ ने मुझसे स्पष्ट रूप से कहा है, ‘बाला साहेब के विचारों और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के साथ बेईमानी मत करो… अगर तुम ऐसा करोगे तो तुम्हारा और मेरा कोई रिश्ता नहीं रहेगा।’ जब मेरे घर में उनकी शादी हुई थी तो उन्होंने उद्धव ठाकरे पर एक गाना बनाया था। मेरी माँ बहुत संवेदनशील हैं। मेरी माँ हिंदुत्व से प्यार करती हैं। इसलिए मेरे एकनाथ शिंदे के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता। मेरे बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं।”
दानवे ने दोहराया कि उन्होंने उद्धव ठाकरे से कहा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने यह कई बार कहा है। मैं पार्टी का सिपाही हूँ। चाहे भले ही खैरे को नामांकित किया जाता है, मैं पार्टी के लिए काम करूँगा। भले ही मुझे पिछली बार टिकट नहीं मिला, लेकिन मैंने मुख्य चुनाव अधिकारी के रूप में काम किया है।”
उन्होंने यह भी कहा, “चाहे कुछ भी हो जाए, मैं एकनाथ शिंदे के साथ नहीं जाऊँगा।”
–आईएएनएस
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