बमिर्ंघम,18 जून (आईएएनएस)। एजबेस्टन टेस्ट से टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले मोईन अली एशेज सीरीज के पहले मैच के दूसरे दिन गेंदबाजी हाथ को सुखाने के लिए स्प्रे का प्रयोग करते दिखे, जिसके बाद उन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है, एक डिमेरिट अंक दिया गया है।
आईसीसी ने अपनी मीडिया रिलीज में कहा कि मोईन ने आचार संहिता के लेवल एक को तोड़ा है और उनके अनुशासन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। 24 महीनों में यह उनका पहला डिमेरिट अंक है और जब तक अगले दो सालों में उन्हें तीन अंक नहीं मिलते उनको सस्पेंड नहीं किया जाएगा।
मोईन ने दो सालों तक टेस्ट क्रिकेट से दूर रहने के बाद वापसी की और दूसरे दिन 29 ओवर गेंदबाजी की, जहां उन्होंने 124 रन देकर दो विकेट लिए। उन्होंने सितंबर 2021 से लाल गेंद से कोई मैच नहीं खेला और ईएसपीएनक्रिकइंफो को पता चला है कि अधिक गेंदबाजी करने की वजह से उनकी स्पिन कराने वाली उंगली में एक छोटा छाला हो गया है।
ऑस्ट्रेलिया की पारी के 89वें ओवर में देखा गया कि अगले ओवर में गेंदबाजी पर आने से पहले मोईन बाउंड्री पर खड़े होकर गेंदबाजी हाथ पर स्प्रे लगवा रहे थे। आईसीसी ने कहा कि सीरीज से पहले अंपायरों ने बताया था कि खिलाड़ी बिना अनुमति के अपने हाथ पर कुछ नहीं लगा सकते हैं लेकिन उन्होंने अनुमति नहीं ली।
मोईन ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉ़फ्ट द्वारा प्रस्तावित सजा को स्वीकार कर लिया है। आईसीसी ने कहा, खिलाड़ी को सजा देने के मामले में रेफरी इस बात से संतुष्ट थे कि मोईन ने अपने हाथ को सुखाने के लिए स्प्रे का इस्तेमाल किया था। स्प्रे का इस्तेमाल गेंद पर लगाने के लिए नहीं किया गया था और ना ही गेंद की स्थिति को बदलने के लिए, जिसे 41.3 नियम का उल्लंघन माना जाता है।
इस सजा में हाल का मिसाल दिया गया, जब इस साल की शुरूआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान रवींद्र जडेजा को गेंदबाजी उंगली पर क्रीम लगाने के कारण आईसीसी की आचार संहिता तोड़ने का दोषी पाते हुए सजा दी गई थी।
–आईएएनएस
आरआर