अदन (यमन), 22 जनवरी (आईएएनएस)। यमन के राष्ट्रपति नेतृत्व परिषद (पीएलसी) ने देश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और हूती बलों द्वारा सैनिकों की संख्या बढ़ाने के मुद्दे पर विचार के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई।
सरकारी सबा समाचार एजेंसी ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा, परिषद ने हूती को हमले तेज करने, नागरिक स्थलों को निशाना बनाने और शांति प्रयासों को कमजोर करने के परिणामों के खिलाफ चेतावनी दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी सूत्रों ने कहा कि हाल के दिनों में युद्ध से तबाह अरब देश के विभिन्न मोर्चों पर हूतियों का जमावड़ा और लड़ाकू विमानों, वाहनों और हथियारों की तैनाती देखी गई है।
बयान में “देश के राज्य संस्थानों की रक्षा करने और हूती आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए यमनी सशस्त्र बलों और लोकप्रिय प्रतिरोध समूहों की तैयारियों की प्रशंसा की गई”।
पीएलसी ने क्षेत्रीय समुद्र में बार-बार हूती हमलों से वैश्विक जहाजरानी और व्यापार पर संभावित प्रभावों की भी समीक्षा की। उसने आशा व्यक्त की कि अंतर्राष्ट्रीय एकता यमन की जल और संप्रभुता की रक्षा करने की क्षमताओं को मजबूत करेगी।
पर्यवेक्षकों ने कहा कि पीएलसी की बैठक से तनाव बढ़ने और हूती समूह तथा सरकार समर्थक बलों के बीच सक्रिय लड़ाई की संभावित वापसी का संकेत मिलता है।
हूती 2014 से सरकार के खिलाफ गृह युद्ध में लगे हुए हैं, जिससे बड़े पैमाने पर मानवीय संकट पैदा हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को बहाल करने के सऊदी नेतृत्व के प्रयासों के बावजूद, संघर्ष गतिरोध बना हुआ है।
–आईएएनएस
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