लखनऊ, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के स्टेट और नेशनल हाइवे पर मरम्मत व दुरुस्तीकरण के कार्यों के साथ ही प्रदेश के विभिन्न शहरों को जोड़ने वाले संपर्क मार्गों पर भी मरम्मत जारी है। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की मुख्यमंत्री के निर्देश पर विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई थी, जिसमें विभिन्न जिलों में गांवों व ब्लॉकों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़कों को प्रमुखता दी गई थी।
ऐसे में, ग्रामीण सड़कों के साथ ही शहरी सड़कों के मरम्मत, रखरखाव व प्रस्तावित निर्माण प्रक्रिया का निरीक्षण करने और उसे सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (पीएमयू) के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रदेश के शहरी सड़कों के रखरखाव के लिए गठित अर्बन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर्स डेवलपमेंट एजेंसी (यूरीडा) ने पीएसयू के तौर पर एजेंसी को कार्य आवंटित करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) माध्यम से आवेदन मांगे हैं। यूरीडा द्वारा पीएसयू के निर्धारण के लिए मांगे गए आवेदन के अनुसार, कार्यावंटन के बाद चयनित एजेंसी को पीएसयू के तौर पर कार्य करते हुए नॉलेज पार्टनर की भूमिका निभानी होगी।
सीएम ग्रिड्स के अनुसार, पीएसयू को गाइडलाइंस के निर्धारण, नीति निर्माण व क्रियान्व्यन सुनिश्चित करना होगा। मौजूदा दिशानिर्देशों, मानदंडों, वैधानिक अधिसूचना का अध्ययन कर उसे अंतिम रूप देना होगा। उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में सभी प्रकार की शहरी सड़कों और चौराहों के लिए योजना, डिजाइन, निर्माण, कार्यान्वयन, प्रबंधन और रखरखाव में अंतराल को भरने के लिए दिशानिर्देशों का निर्धारण करना होगा।
यूरीडा के लिए पीएमयू के तौर पर चयनित एजेंसी शहरी सड़कों के डिजाइन, क्रियान्व्यनन व रखरखाव के लिए इंजीनियरों, नीति निर्माताओं और ठेकेदारों के लिए करिकुलम तैयार करेगा। यूरीडा द्वारा शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) से संबंधित अधिकारियों और परियोजना, लागत प्रभावी सड़क से संबंधित अन्य हितधारकों को प्रशिक्षण भी प्रदान करने में भी पीएमयू के तौर पर कार्यरत एजेंसी मदद करेगी।
–आईएएनएस
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