नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। राज्यसभा में बुधवार को पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा का मामला उठाया गया। इस दौरान कहा गया कि जब देश का बंटवारा हुआ तो हमारे गुरुद्वारा साहिब हमसे बिछड़ गए।
आज कई ऐसे गुरुद्वारा साहिब जैसे श्री करतारपुर साहिब, श्री पंजा साहिब, श्री ननकाना साहिब पाकिस्तान में स्थित हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने अमृतसर से लाहौर के रास्ते होते हुए श्री ननकाना साहिब तक सिख श्रद्धालुओं के लिए एक सेफ पैसेज बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बंटवारे के समय लाखों पंजाबी परिवारों का खून बहा था, जिसमें मेरा भी परिवार शामिल है।
हमारे कई दोस्त रिश्तेदार हमसे बिछड़ गए, लेकिन उससे भी बड़ी बात है कि हमारे गुरुद्वारा साहिब हमसे बिछड़ गए। श्री ननकाना साहिब बड़ी मुकद्दस जगह है जहां गुरु नानक देव जी का प्रकाश हुआ था। यह लाहौर से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर है।
राघव चड्ढा ने कहा कि वह सदन में आज यह मांग लेकर आए हैं कि संगत की श्री ननकाना साहिब के खुला दर्शन करने की एक बहुत लंबे समय से मांग है। इस संदर्भ में, मैं तीन छोटी मांगे सरकार के समक्ष रखना चाहता हूं। पहली मांग यह है कि श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाकर संगत को दर्शन करने का मौका मिला, माथा टेकने का अवसर मिला। इसी प्रकार से श्री ननकाना साहिब कॉरिडोर का भी काम होना चाहिए। दोनों मुल्कों की सरकारें (भारत-पाकिस्तान) मिलकर एक कॉरिडोर बनाए, जिससे भारत से श्रद्धालु श्री ननकाना साहिब जा सकें।
सदन में दूसरी मांग यह रखी कि श्री ननकाना साहिब में दर्शन करने के लिए कोई वीजा, फीस या जटिल फॉर्म भरने की आवश्यकता न हो, इसके लिए एक सरल प्रक्रिया होनी चाहिए। अमृतसर के अटारी वाघा बॉर्डर से श्री ननकाना साहिब की दूरी करीब 104 किलोमीटर है। यह दूरी गाड़ी या बस के माध्यम से दो से ढाई घंटे में आराम से पूरी की जा सकती है।
तीसरी मांग यह है कि इस सड़क को अमृतसर से श्री ननकाना साहिब जाने वाले मार्ग को सेफ पैसेज बनाया जाए। अमृतसर से लाहौर से होते हुए श्री ननकाना साहिब जाने वाले मार्ग को सेफ पैसेज बनाया जाए।
आप नेता ने सदन में कहा कि यदि यह मांग पूरी होती है तो पूरी दुनिया में शांति और भाईचारे का एक बड़ा संदेश जाएगा। इसके साथ-साथ करोड़ों संगत की दुआएं दोनों मुल्कों की सरकारों को मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस विषय पर आम आदमी पार्टी की पंजाब की सरकार जो भी कर सके, हम भारत सरकार के साथ मिलकर उनका सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
–आईएएनएस
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