पटना, 11 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता खासकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सनातन धर्म पर विवादास्पद बयान को लेकर चर्चा में हैं। वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद मंदिर-मंदिर जाकर ईश्वर की भक्ति में डूबे हैं।
दरअसल, कहा जा रहा है कि राजद की सोच रही है भाजपा हिंदू वोटों के सहारे ही चुनाव जीतते रही है। राजद भाजपा के इसी हथियार को कुंद करना चाहती है।
राजद के नेता इसी बहाने अपने मुसलमान वोटबैंक को भी साधने में जुटे हैं। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर जहां रामचरितमानस को लेकर विवादास्पद टिप्पणी कर चुके है। वहीं, पैगंबर मोहम्मद को मर्यादा पुरुषोत्तम भी बता दिया है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तो शिक्षा मंत्री से एक कदम आगे बढ़ते हुए यहां तक कह दिया कि टीका लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया था। इसे लेकर सत्ता पक्ष भले ही सफाई देने में जुटी हो, लेकिन भाजपा आक्रामक है।
इसी बीच राजद के नेता जहां धार्मिक मुद्दों पर विवादास्पद बयान दे रहे हैं। वहीं, लालू प्रसाद मंदिर-मंदिर ईश्वर के सामने माथा टेककर आशीर्वाद ले रहे हैं।
विपक्षी दलों की बैठक में जब लालू प्रसाद मुंबई पहुंचे तो अपने पुत्र और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ सिद्धिविनायक मंदिर पहुंच गए और पूजा-अर्चना की। जब लालू अपने गृह जिले गोपालगंज पहुंचे तो वहां थावे देवी का आशीर्वाद लेना नहीं भूले।
इसके बाद लालू अपनी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की।
राजनीति के जानकार अजय कुमार इस रणनीति पर कहते हैं, इसमें कोई नई बात नहीं है। लालू प्रसाद किडनी ट्रांसप्लांट के बाद स्वस्थ हुए हैं, ऐसे में मंदिर जा रहे हैं, लेकिन राजद की रणनीति साफ है। राजद किसी भी हाल में अपने पुराने वोटबैंक मुसलमानों को नाराज नहीं करना चाहता है। ऐसे में उसके नेता ऐसे बयान देते रहे हैं, जिससे एक वर्ग खुश हो।
–आईएएनएस
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